पिछले साल कोलकाता में डेंगू के रिकॉर्ड मामले आये थे, कई की हुई थी मौत
कोलकाता : मानसून बंगाल में दस्तर दे चुका है, हालांकि बारिश अभी बहुत ज्यादा नहीं हो रही है लेकिन मानसूनी बिमारियों से बचने के लिए राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने वर्क प्लान तैयार कर लिया है। स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिलाें में अस्पतालों को पूरी तरह से तैयारी रखने के लिए कहा गया है। टीम को अलर्ट किया गया है। बुखार, सर्दी के मरीजों की संख्या की जानकारी नियमित रूप से स्वास्थ्य विभाग को देने के लिए कहा गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करेगी। अस्पताल में आइसोलेशन बेड को आरक्षित रखने को कहा गया है अधिकारी ने बताया कि मानसून को लेकर कई बैठकें हुई हैं। आज साेमवार को भी बैठक होनी है। लोगों को जागरूक होना होगा कि अपने घर के आसपास खुले स्थानों पर पानी नहीं जमने देना है। फ्रिज के पीछे, कूलर के अंदर, खराब पड़े टायर या अन्य जगह पर पानी नहीं जमने देना है। जागरूकता बेहद ही जरूरी है। उल्लेखनीय है कि उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली, उत्तर बंगाल के कई जगहों और कोलकाता से डेंगू के सबसे ज्यादा मामले आते हैं। पिछले वर्ष कई लोगों की डेंगू से मौत हो गयी थी।
जुलाई से लेकर नवंबर तक बना रहता है प्रकोप
हेल्थ एक्सपर्ट की माने तो उनके मुताबिक डेंगू का प्रकोप जुलाई से लेकर नवंबर तक बना रहता है। ऐसे में बेहद ही सावधानी बरतने की जरूरत है। घर के आसपास लोगों को पानी नहीं जमने देना होगा। अभी से इसकी रोकथाम पर विशेष ध्यान देना होगा।
4 सालों में कोलकाता में सबसे ज्यादा मामले आये थे
गत साल कोलकाता में डेंगू के 4 सालों की तुलना में सबसे अधिक मामले आये थे। वहीं उत्तर कोलकाता की तुलना में दक्षिण कोलकाता डेंगू से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए थे। इस बार केएमसी भी कमर कस चुका है।