नई दिल्ली : संसद की नई बिल्डिंग के सामने पुलिस और धरना दे रहे पहलवानों के बीच झड़प हो गई। पहलवान बैरिकेड्स लांघकर नई संसद की तरफ जा रहे थे। पुलिस ने उन्हें रोका और बजरंग पूनिया, विनेश-संगीता फोगाट, साक्षी मलिक सहित अन्य को हिरासत में ले लिया। इसके बाद पुलिस ने धरना स्थल जंतर-मंतर पर लगे टेंट, कुर्सियां और दूसरा सामान हटाकर शाम 4 बजे उसे पूरी तरह खाली कर दिया। विनेश और संगीता फोगाट को दिल्ली के कालकाजी थाने ले जाया गया। दरअसल, 34 दिन से जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवान रविवार को नई संसद के सामने महिला महापंचायत में शामिल होने जा रहे थे। लेकिन, दिल्ली पुलिस ने इस महापंचायत की अनुमति नहीं दी थी। पहलवानों ने इसके बावजूद महापंचायत का आयोजन किया और संसद की तरफ जाने लगे। इस पर उनका पुलिस के साथ टकराव हो गया। महिला पहलवानों को हिरासत में लेने के दौरान की तस्वीरें। वहीं धरना स्थल पर लगे टेंट और कुर्सियां पुलिस ने हटा दी हैं। घटना के बाद बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राजधानी में इस तरह की घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘जिस तरह से दिल्ली पुलिस ने साक्षी मालिक विनेश फोगाट को गिरफ्तार किया, उसकी कड़ी निंदा करती हूं। अपने देश के चैम्पियनों को इस तरह से प्रताड़ित होना पड़ रहा है, यह हमारे देश के लिए शर्म की बात है। मैं उनकी जल्द से जल्द रिहाई की मांग करता हूं। मैं उनके साथ हूं।
पूनिया बोले- हमें गोली मार दो
पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा- क्या यह लोकतंत्र है, हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं और हमारे साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है। हमें गोली मार दो। इस बीच पुलिस की ओर से हिरासत में लिए जाने के बाद साक्षी मलिक के पति सत्यव्रत मलिक और अन्य पहलवानों ने बस के अंदर नारेबाजी की।
विनेश बोली- नया देश मुबारक हो
विनेश और संगीता फोगाट को हिरासत में लिए जाने के दौरान महिला पुलिसकर्मियों की पहलवानों के साथ अच्छी-खासी धक्कामुक्की हुई। जब पुलिस विनेश और संगीता फोगाट को बस में बैठाकर ले जा रही थी, तब विनेश ने कहा कि ‘नया देश मुबारक हो।’ उधर पहलवानों को गिरफ्तार किए जाने पर साक्षी मलिक ने कहा कि पहलवानों और बुजुर्गों माताओं को हिरासत में लेने के बाद अब पुलिस जंतर-मंतर पर उनका मोर्चा उखाड़ रही है। हमारा सामान उठाया जा रहा है। ये कैसी गुंडागर्दी है?