बंगाल के फूलों व लाइटिंग से सजा अयोध्या का राम मंदिर | Sanmarg

बंगाल के फूलों व लाइटिंग से सजा अयोध्या का राम मंदिर

हावड़ा मल्लिकघाट फूल मार्केट, दक्षिण दिनाजपुर व पूर्व मिदनापुर से हजारों किलो फूलों की हुई सप्लाई

चंदननगर की लाइटिंग से जगमगा रहा है मंदिर

सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : अयोध्या में सोमवार यानी आज भगवान रामलला का प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस प्राण प्रतिष्ठा के बाद आम लोग भी राम मंदिर के दर्शन कर सकेंगे। इस बीच राम मंदिर को अंदर से बेहद ही शानदार तरीके से सजाया गया है, जो कि मन मोह लेने वाला है।

राम मंदिर के अंदर और बाहर फूलों और रंगबिरंगी लाइटों से सजावट की गई है। शानदार लाइटिंग के चलते मंदिर का दृश्य बेहद ही खूबसूरत नजर आ रहा है। मुख्य द्वार को भी अलग-अलग तरह के फूलों से सुसज्जित किया गया है। मंदिर के खंभों से लेकर दीवारों तक फूलों को अलग-अलग डिजाइन से डेकोरेट किया गया है।

दरअसल दुल्हन की तरह सजी अयोध्या नगरी में लगे हावड़ा मल्लिकघाट फूल मार्केट के है जो कि एशिया का सबसे बड़ा फूल मार्केट कहा जाता है। राम मंदिर के उद्घाटन के मौके पर सिर्फ अयोध्या ही नहीं ब​ल्कि देश के अलग-अलग हिस्सों में मंदिरों को भी सजाया गया है। वहां के अधिकांश फूलों का आपूर्तिकर्ता भी बंगाल ही है। मुख्य रूप से गेंदा-चंद्रमल्लिका-रजनीगंधा-गुलाब से लेकर देवदार-शतावरी की पत्तियों की भारी मांग है। इसके अलावा शादियों के सीजन शुरू हो गये हैं। इससे फूलों की मांग आसमान छू रहे हैं। उनकी कीमतें भी। इससे बाजारों में इनके दाम दोगुना और कुछ में तिगुना दाम हो रखा है। हालांकि, व्यवसायियों का दावा है कि सर्दियों में फूलों की खेती काफी अच्छी होती है। इसलिए फूलों की आपूर्ति होती है, लेकिन कीमत आसमान छू गई है। शनिवार सुबह हावड़ा फुल मार्केट में बेंगलुरु गुलाब की कीमत 20-25 रुपये प्रति पीस थी। वे इसे विभिन्न बाजारों में 40-50 रुपये प्रति पीस के हिसाब से बेच रहे हैं। रविवार को इसमें और बढ़ोतरी हो गयी और आज दाम आसमान ही छू रहे हैं। सजावट के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कामिनी की पत्तियों का बंडल थोक बाजार से 600-700 रुपये में खरीदा जाता है, शनिवार को इसकी कीमत बढ़कर दो से ढाई हजार रुपये हो गई है।

देश भर में हुई है फूलों की सप्लाई : कोलकाता ही नहीं बल्कि दक्षिण दिनाजपुर, पूर्व मिदनापुर से भी फूल भेजे गये हैं। मिदनापुर के पांशकुड़ा व कोलाघाट से 25 से 30 किस्म के फूल की खेती होती है। इससे यहां से विदेशों में भी फूल जाते हैं। इस बारे में मल्लिकघाट फूलमार्केट के वाइस चेयरमैन स्वपन बर्मन ने बताया कि अयोध्या में खासकर कई हजार किलो फूलों को निर्यात किया गया है। यह अलग-अलग व्यवसाइयों द्वारा भेजा गया है। केवल अयोध्या ही नहीं बल्कि बंगाल के साथ देश के हर एक कोने में ही मल्लिकघाट के ही फूलों की सप्लाई की जाती है। इसके अलावा सालासर, राणीसती, खाटू श्याम, मस्जिद, गुरुद्वारा समेत अन्य जगहों में भी बंगाल के ही फूल लगवाये जाते हैं।

 

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