खाली हो रहे हैं बैंक अकाउंट
आपदा को मौका बनाकर ठगी कर रहे हैं साइबर ठग
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : आप क्या दुर्घटनाग्रस्त कोरोमंडल एक्सप्रेस के यात्री थे ? किसी प्रकार की चोट नहीं आने पर भी आपको 50 हजार रुपये का मुआवजा मिलेगा। रुपये पाने के लिए आपको को अपने मोबाइल पर सामान्य कुछ काम करना होगा। इसके बाद ही मुआवजे के रुपये सीधे बैंक अकाउंट में चले जाएंगे। अगर आपको कोई इस तरह का प्रस्ताव देता है तो सावधान! रुपये आने की जगह आपके बैंक अकाउंट में मौजूद सभी रुपये निकाल लिए जाएंगे। बालासोर ट्रेन हादसे के बाद इन दिनों साइबर ठग सक्रिय हो गए हैं। कुछ दिनों पहले बागनान के रहनेवाले एक युवक को इस तरीके का फोन आया था। युवक ने बताया कि कुछ दिनों पहले एक व्यक्ति ने फोन कर उससे पूछा कि क्या वह कोरोमंडल एक्सप्रेस के यात्री हैं। शायद ही कभी ‘हां’ कहा और दूसरी तरफ से पूछा गया, कोई चोट तो नहीं लगी? जब वह ‘नहीं’ कहता है, तो ‘प्रस्ताव’ आता है। एक फोन नंबर पर आधार कार्ड का फोटो और 1500 रुपए डिजिटल तरीके से भेजने को कहा जाता है, साथ ही बैंक की सारी जानकारी देनी होगी। ओडिशा सरकार की ओर से मुआवजे के तौर पर 50 हजार रुपये सीधे बैंक खाते में जमा कराये जायेंगे। पहले तो वह विश्वास करता है, लेकिन फिर युवक को कुछ संदेह होता है। नाम व पहचान पूछने पर बताया गया कि वह ओडिशा सरकार का अधिकारी है। रुपये और दस्तावेज जल्दी भेजने की हिदायत के साथ फोन रख दिया गया। बाद में दोबारा फोन कर युवक से दस्तावेज मांगे गए, हालाँकि वह समझ गया था कि मामला सही नहीं है, उसने पैसे भेजे बिना साइबर ठग से जुड़ी जानकारी साझा की। युवक ने बताया कि साइबर ठग को दोबारा फोन करने पर उसने खुद को एसबीआई बैंक का अधिकारी बताया और कहा कि मुआवजे की राशि लेने के लिए पहले उसे मोबाइल पर एनीडेस्क ऐप डाउनलोड करना होगा। जालसाज की बातों में आकर उसने ऐप डाउनलोड कर लिया। इसके बाद उसे मोबाइल से 1500 रुपये का पेमेंट करने के लिए कहा गया लेकिन तभी उसे ठगी का अहसास हुआ उसने सभी को जानकारी दी। युवक की ओर से सभी लोगों को इस तरह की ठगी के प्रति सतर्क किया जा रहा है।
ट्रेन दुर्घटना में चोट न लगने पर भी मिलेंगे 50 हजार रुपये! एक फोन पर…
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