एसएससी मामले में प्रमोटर अयन से जुड़े सभी तार टटोल रही है ईडी | Sanmarg

एसएससी मामले में प्रमोटर अयन से जुड़े सभी तार टटोल रही है ईडी

अयन की फ्रेंड श्वेता से 7 घंटे ईडी ने की पूछताछ
पत्नी, बेटे व कंपनी के कर्मियों को भी किया तलब
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : एसएससी मामले में गिरफ्तार हुगली जिले के प्रमोटर अयन शील की फ्रेंड श्वेता चक्रवर्ती से ईडी के अधिकारियों ने गुरुवार को 7 घंटे पूछताछ की। इसके साथ ही अयन की पत्नी काकोली, उसके बेटे और उसकी संस्था में काम करने वाले दो कर्मियों को भी तलब किया गया है। उन्हें शुक्रवार को पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहा गया है। इसके पहले गत बुधवार को उनके माता व पिता से पूछताछ की गई थी।
अयन के व्यवसाय व श्वेता से उनके लेनदेन के बारे में हुई पूछताछ
सूत्रों ने बताया है कि श्वेता और अयन के बीच रुपये का लेनदेन बैंक खाते के जरिए हुआ था। इसके सबूत भी हैं, ये रुपये नियुक्ति भ्रष्टाचार से संबंधित हैं। उल्लेखनीय है कि एसएससी मामले में ईडी का मानना है कि शान्तनु बनर्जी के करीबी अयन शील ने अकेले ही 100 करोड़ का स्कैम किया है। केवल दो प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) में अयन ने इस बड़े स्कैम को अंजाम दिया है। केंद्रीय एजेंसी के मुताबिक वर्ष 2012 और 2014 में हुई प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा में अयन ने अकेले सौ करोड़ रुपये की वसूली की थी। आरोप है कि इन्हीं रुपयों में से श्वेता को बड़ी हीरोइन बनाने के लिए भी उसने बड़ी धनराशि बांग्ला फिल्म इंडस्ट्री में निवेश की थी।
आखिर अयन का काला धन कहां – कहां गया, ईडी लगा रही है पता
इधर श्वेता ने पहले ही कहा था कि अयन के अकाउंट से उसके अकाउंट में जो रुपये आये थे वह फ्लैट की रकम थी। कमरहट्टी नगरपालिका में सिविल इंजीनियर श्वेता चक्रवर्ती का कहना है कि पहली बात तो यह है कि वह अयन के प्रोडक्शन हाउस में काम करती थी, इसलिए वह अयन की दी गई कार का इस्तेमाल कर रही थी। वहीं हुगली में एक फ्लैट लेना था। उसने अयन का फ्लैट खरीदने का सोचा था। उसने जो रुपये दिये थे, वह उन्होंने बाद में लौटा दिये जब श्वेता ने अयन से फ्लैट नहीं खरीदा।
बाहर आकर श्वेता ने कहा – ईडी के सारे सवालों का जवाब दिया है
पूछताछ का सामना कर बाहर आकर श्वेता ने कहा कि ईडी द्वारा पूछे गये सारे सवालों के जवाब मैंने दे दिये हैं। आशा है कि ईडी अब उन्हें नहीं बुलाएगी। इस बारे में पत्नी को पता था या नहीं इस बारे में ईडी उनसे पूछताछ करेगी। ईडी को यह भी पता चला है कि पत्नी के अकाउंट का इस्तेमाल भी लेनदेन के लिए किया गया था। इधर अयन के कारोबार में शान्तनु भी इसमें उनके पार्टनर थे। शांतनु और अयन शील दोनों प्राथमिक शिक्षा परिषद के पूर्व अध्यक्ष मानिक भट्टाचार्य के बेहद खास रहे हैं। ईडी ने दावा किया कि यही नहीं बैरकपुर औद्योगिक क्षेत्र के उत्तर व दक्षिण दमदम, बारानगर, कमरहट्टी सहित कई नगरपालिकाओं में लाखों रुपये लेकर नौकरी दी गयी थी। एसएससी मामले में दोनों ने मिलकर रुपये की वसूली की और इससे संबंधित अधिकारियों तक पहुंचाया गया था।

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