नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम फंड बंद होने से नगर निगम को हुआ नुकसान

सड़क और प्रदूषण नियंत्रण परियोजनाओं पर छाये संकट के बादल
dmc me baithak
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दुर्गापुर : राज्य की 16 नगर पालिकाओं में दुर्गापुर नगर निगम भी शामिल है। वहीं केंद्र सरकार द्वारा नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के फंड को बंद कर देने से बड़ा झटका लगा है। केंद्र ने यह कदम उन नगर पालिकाओं के खिलाफ उठाया जहां लंबे समय से चुनाव नहीं हुए और निर्वाचित बोर्ड नहीं है। एनसीएपी फंड के जरिए दुर्गापुर नगर निगम ने सड़कों की मरम्मत, धूल नियंत्रण और प्रदूषण से निपटने के लिए मशीनों की खरीदने के अलावा कई अहम काम किए थे। वर्तमान में शहर के अलग-अलग हिस्सों में लगभग 200 सड़क निर्माण कार्य चल रहे हैं, जिनमें से कई परियोजनाएं अधूरी रह जाएंगी अगर फंड नहीं मिलेगा। दुर्गापुर नगर निगम की प्रशासक अनिंदिता मुखर्जी ने बताया कि लगभग 25 करोड़ रुपये की राशि सड़क निर्माण के लिए बुक की थी। इस दौरान कई परियोजनाओं की आधारशिला रखी जा चुकी है। उनके लिए पर्याप्त फंड है, वहां कोई रुकावट नहीं आएगी। वहीं नई परियोजनाओं को शुरू करना अब मुश्किल होगा। उन्होंने यह भी कहा कि अभी तक उन्हें केंद्र से कोई औपचारिक नोटिस प्राप्त नहीं हुआ है, लेकिन जल्द ही बैठक कर आगे की रणनीति तय की जाएगी। निगम के एक अधिकारी ने बताया कि नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम फंड का 60 प्रतिशत हिस्सा पहले ही उपयोग हो चुका है। उसका यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट (ईसी) भी केंद्र को भेजा जा चुका है। इन पैसों से लीफ सैक्शन मशीन, स्प्रिंकलर मशीन और रोड स्वीपिंग मशीन जैसी कई आधुनिक मशीनें खरीदी गई हैं। सामाजिक कार्यकर्ता और पर्यावरण प्रेमी कवि घोष ने चिंता जताते हुए कहा कि पिछली सर्दियों में दुर्गापुर का वायु प्रदूषण स्तर दिल्ली के बराबर पहुंच गया था। अब फंड बंद हो गया तो प्रदूषण नियंत्रण के प्रयासों पर गहरा असर पड़ेगा।

दुर्गापुर में होल्डिंग टैक्स बढ़ाने की संभावना

इस बीच नगर निगम होल्डिंग टैक्स बढ़ाकर अपने राजस्व स्रोत मजबूत करने की योजना पर काम कर रहा है। शहर में कई आवासीय घरों के निचले हिस्से में दुकानें चल रही हैं, लेकिन कोई वाणिज्यिक टैक्स नहीं दे रहा है। अब इन्हें चिन्हित कर टैक्स वसूली की जाएगी। राज्य में चुनाव नहीं होने के कारण जिस तरह केंद्र की ओर से फंड रोका गया है, उससे स्थानीय प्रशासन और नागरिकों की विकास योजनाओं पर असर पड़ना तय है।

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