आखिर ग्रामीणों ने प्राइवेट कंपनी के खिलाफ क्यों भरी हुंकार

बंद मधुजोड़ कोलियरी खोलने का प्रयास शुरू होते ही जमीन मालिकों का समूह सक्रिय
आखिर ग्रामीणों ने प्राइवेट कंपनी के खिलाफ क्यों भरी हुंकार
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अंडाल : ईसीएल के काजोड़ा क्षेत्र अंतर्गत दशकों से बंद पड़े मधुजोड़ 5 /6 -जयपुरिया कोलियरी को एमडीओ व रेवेन्यू शेयरिंग मोड में पुनः खोलने का जिम्मा एक प्राइवेट संस्था को सौंपा गया है। उक्त प्राइवेट संस्था द्वारा कोलियरी खोलने की सुगबुगाहट से इलाके के ग्रामीण व जमीन मालिकों ने अंडाल कृषि जमीन जीविका रक्षा समिति के बैनर तले बड़ा आंदोलन छेड़ने की मंशा जाहिर कर दी है। शनिवार को प्राइवेट संस्था के कार्यालय खोलने के प्रयास को ग्रामीणों ने रोकते हुए प्रदर्शन किया। समिति सचिव तपन मुखर्जी ने कहा कि करीब 45 वर्ष पहले उक्त कोलियरी के लिए ईसीएल प्रबंधन ने जमीन अधिग्रहण किया था। उस वक्त कंपनी के नियमानुसार करीब 300 लोगों को ईसीएल में जमीन के बदले नौकरी मिली थी, लेकिन अब भी 32 लोग नौकरी की बाट जोह रहे हैं कारण प्रबंधन आज तक उनलोगों को नौकरी नहीं दी गई है। अब यह कोलियरी प्राइवेट संस्था के जरिये पुनः खोलने का प्रयास शुरू किया गया है। वहीं प्राइवेट संस्था ने सीधे जमीन मालिकों से बात न कर जमीन अधिग्रहण के लिए दलालों को लगाया है। वे लोग ऐसा होने नहीं देंगे। उनकी मांग है कि पहले लंबित पड़े नौकरी के मामले का निष्पादन ईसीएल प्रबंधन करे। प्राइवेट संस्था को जमीन देने पर नौकरी नहीं मिलने की बात कही जा रही है। प्राइवेट संस्था दलालों के जरिये औने-पौने दामों पर जमीन अधिग्रहण करने की कोशिश में है। ऐसा है तो वे लोग अपनी जमीन नहीं देंगे। वे लोग प्राइवेट संस्था को नहीं, ईसीएल को जमीन देंगे।

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