

सांकतोड़िया : ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) में अंडरग्राउंड कर्मचारियों को बिना उचित स्वीकृति के सरफेस जॉब में लगाए जाने के मामलों को गंभीरता से लेते हुए निदेशक मानव संसाधन गुंजन कुमार सिन्हा ने सख्त निर्देश जारी किए हैं। यह स्पष्ट किया गया है कि इस तरह की तैनाती कंपनी की मौजूदा गाइड लाइन और एसओपी का खुला उल्लंघन है, जिसे किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। गुंजन कुमार सिन्हा द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि यह देखा गया है कि कई स्थानों पर अंडरग्राउंड कर्मचारियों को बिना पूर्व अनुमति के सरफेस ड्यूटी पर लगाया जा रहा है। इस प्रकार की कार्य प्रणाली न केवल नियमों के खिलाफ है, बल्कि इससे सुरक्षा, अनुशासन और प्रशासनिक व्यवस्था पर भी प्रतिकूल असर पड़ता है।
एरिया जीएम की जिम्मेदारी तय
आदेश में साफ तौर पर उल्लेख किया गया है कि अंडरग्राउंड से सरफेस पर कर्मचारियों की तैनाती से संबंधित गाइड लाइन का पालन सुनिश्चित करने की पूरी जिम्मेदारी संबंधित एरिया जनरल मैनेजर की होगी। यदि बिना मंजूरी के किसी अंडरग्राउंड कर्मचारी को सरफेस जॉब में लगाया जाता है, तो इसे गंभीर प्रशासनिक चूक माना जाएगा।
SOP के तहत ही होगी तैनाती
निदेशक (HR) ने निर्देश दिया है कि आगे से यह सुनिश्चित किया जाए कि SOP के अनुसार पूर्व स्वीकृति प्राप्त किए बिना किसी भी UG कर्मचारी को सरफेस पर न लगाया जाए। सभी क्षेत्रों को इस संबंध में मौजूदा नियमों और प्रक्रियाओं का सख्ती से अनुपालन करने को कहा गया है।
उल्लंघन पर हो सकती है कार्रवाई
सूत्रों के अनुसार, प्रबंधन इस मुद्दे को बेहद गंभीर मान रहा है और भविष्य में यदि इस प्रकार के उल्लंघन सामने आते हैं, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जा सकती है। यह कदम न केवल प्रशासनिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए उठाया गया है, बल्कि कर्मचारियों की सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा के उद्देश्य से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। ईसीएल प्रबंधन के इस सख्त निर्देश के बाद सभी क्षेत्रों में हलचल तेज हो गई है और एरिया स्तर पर नियमों के पालन को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। माना जा रहा है कि इस आदेश से कंपनी में नियम-आधारित कार्य संस्कृति को मजबूती मिलेगी और मनमानी पर प्रभावी अंकुश लगेगा।