

रानीगंज : विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) रानीगंज प्रखंड शाखा ने रानीगंज के नेताजी मूर्ति के सामने एक विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन गुरुग्राम से पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी के खिलाफ था। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने पश्चिम बंगाल पुलिस और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही शर्मिष्ठा पनोली को अविलंब रिहा करने की मांग की। कार्यकर्ता अपने हाथों में शर्मिष्ठा की तस्वीर लिए हुए थे। इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष मनीष शर्मा ने कहा कि हम शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करते हैं और उसे तुरंत रिहा किया जाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि जब हिंदू देवी-देवताओं को लेकर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट किए जाते हैं तब पश्चिम बंगाल पुलिस आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती। इसी से पता चलता है कि पश्चिम बंगाल पुलिस किस तरह का भेदभावपूर्ण रवैया अपनाती है। वहीं कहा कि विश्व हिंदू परिषद इस मुद्दे को लेकर शांत नहीं बैठेगी और जब तक न्याय नहीं मिल जाता, तब तक अपना विरोध जारी रखेगी। मनीष शर्मा ने कहा कि हम शर्मिष्ठा के साथ हैं और उसे न्याय मिलना चाहिए। गौरतलब है कि 22 वर्षीय लॉ स्टूडेंट और सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर शर्मिष्ठा को 30 मई को गुरुग्राम से कोलकाता पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उन पर आरोप है कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर से संबंधित एक वीडियो में कुछ बॉलीवुड सितारों की आलोचना करते हुए कथित तौर पर एक विशेष समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। हालांकि शर्मिष्ठा ने बाद में इस वीडियो को हटा दिया था और बिना शर्त माफी भी मांगी थी। उनकी गिरफ्तारी के बाद से ही विभिन्न हिंदूवादी संगठन और राजनीतिक दल पश्चिम बंगाल सरकार पर निशाना साध रहे हैं। यह मामला अब राजनीतिक रंग ले चुका है और पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। विश्व हिंदू परिषद सहित कई संगठन इस गिरफ्तारी को राजनीतिक प्रतिशोध बता रहे हैं और उनकी तत्काल रिहाई की मांग कर रहे हैं।