अखंड सौभाग्य व सुख-समृद्धि के लिए की गई वट सावित्री की पूजा

वृक्ष में कलावा बांधकर की गई पति की लंबी आयु की कामना
अखंड सौभाग्य व सुख-समृद्धि के लिए की गई वट सावित्री की पूजा
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बर्नपुर : सोमवार को वट सावित्री व्रत की पूजा पूरे भारत में मनायी गयी। मान्यता है कि हिंदू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि को वट सावित्री व्रत करने की परंपरा है। इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र और वैवाहिक सुख की कामना के लिए उपवास रखती हैं और वट वृक्ष की पूजा करती हैं। वहीं बर्नपुर के धनिया बाबा मंदिर के पास स्थित वट वृक्ष के पास विवाहित महिलाओं ने सोलह श्रृंगार कर पूजा की तथा बांस की टोकरी में गुड़, भीगे हुए चने, कुमकुम, रोली, अक्षत, मौली, फल, पत्ते, सुपारी, धूपबत्ती और हाथ में जल लेकर वट वृक्ष की पूजा की तथा वृक्ष में कलावा बांधकर अपने पति की लंबी उम्र की कामना की। मौके पर उपस्थित व्रतियों ने कहा कि वट वृक्ष का पूजन करने पर अखंड सौभाग्य, सुख-समृद्धि व संतान की प्राप्त होती हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि बरगद की जड़ों में गंगा जल अर्पित करने से ग्रहों की अनुकूलता के साथ जीवन की बाधाएं हटती हैं और जीवन में खुशीहाली आती है। इस मौके पर नेहा झा, विभा मिश्रा, संजू देवी, प्रिया साव, आरती राउत, अल्का कौशिक एवं अन्य महिलाएं उपस्थित थीं।

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