
जामुड़िया : शनिवार को जामुड़िया थाना क्षेत्र के नॉर्थ सियारसोल कोलियरी इलाके में एक अवैध कोयला खदान में बड़ा हादसा हो गया। जंगल क्षेत्र स्थित इस खदान में दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। घटनास्थल से 38 वर्षीय रवि कर्मकार का शव बरामद कर लिया गया जबकि रेस्क्यू टीम के आने के बाद संजीत का शव खदान से बाहर निकाला गया। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, शनिवार तड़के रवि और संजीत अवैध रूप से कोयला निकालने के लिए खदान में उतरे थे। इस दौरान अचानक खदान का एक हिस्सा धंस गया और दोनों अंदर फंस गए। इससे पहले कि कोई मदद पहुंचती, बहुत देर हो चुकी थी कारण अवैध खदान में मीथेन गैस का रिसाव हो गया था जिस वजह से दोनों की वहीं मौत हो गई। मृतक रवि कर्मकार (38) तथा संजीत बाउरी (30) बारुल ग्राम के रहने वाले थे। वे दोनों किसी तरह से मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते थे। उनकी मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। संजीत की पत्नी और छोटे बच्चे का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है।
घटना से इलाके में मचा हड़कंप
घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में सनसनी फैल गई। स्थानीय लोग बड़ी संख्या में जुटे और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। घटना की खबर पाकर भाजपा के कई वरिष्ठ नेता अरिजीत राय, संतोष सिंह, तापस राय, साधन माजी सहित हजारों की संख्या में लोग जमा हो गए थे। इसे लेकर लोगों का कहना है कि जामुड़िया क्षेत्र में कोयला का अवैध खनन का काला कारोबार का इतिहास काफी पुराना है। पहले भी जामुड़िया में कोयला खदानों में मौतें हो चुकी हैं। बीते 6 महीने पहले भी कांटागोड़िया में अवैध खनन के दौरान रानीगंज महावीर कोलियरी क्षेत्र के व्यक्ति की मौत हो गई थी। अब इस घटना से लोगों में भले ही हड़कंप मच गया हो लेकिन लोगों का कहना है कि शाम होने तक सब कुछ सामान्य हो जायेगा।
प्रशासनिक अधिकारी ने कहा, जांच जारी है
घटना के बाद से समाचार लिखे जाने तक प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर मौजूद रही। खोजी कुत्तों की मदद ली जा गई। खदान में पानी भर जाने के कारण राहत कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही थी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दोनों मृतक बारूल गांव के रहने वाले हैं। रेस्क्यू टीम ने काफी मशक्कत कर खदान से दोनों को बाहर निकाला है। घटना किस प्रकार से हुई है इसकी जांच की जा रही है। प्रशासनिक अधिकारी ने कहा कि खदान के संचालक के विरुद्ध मामला दर्ज किया जाएगा।
मुआवजे की मांग और अवैध खनन पर सवाल
ग्रामीणों और परिजनों ने मृतक के परिवारों को उचित मुआवजा देने की मांग की है। साथ ही आरोप लगाया है के क्षेत्र में कई ऐसी अवैध खदानें हैं जिनसे कोयला माफिया हर रोज कोयला निकालकर उसकी तस्करी कर रहे हैं। यह सब देखते हुए भी प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है। इस बार हादसा जंगल के भीतर गुप्त खदान में हुआ। दूसरी तरफ कई दिनों हुई बारिश के कारण जलजमाव से बचाव कार्य में दिक्कत हुई थी। स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने भी अवैध खनन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
विधायक हरेराम सिंह को करना पड़ा विरोध का सामना
घटना की खबर सुनकर जामुड़िया के विधायक हरेराम सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे जहां उन्हें स्थानीय लोगों एवं भाजपा कर्मियों के विरोध का सामना करना पड़ा। विधायक हरेराम सिंह ने अवैध कोयला खनन के लिए ईसीएल के सुरक्षा अधिकारियों एवं सीआईएसएफ को पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि सीआईएसएफ सिर्फ डोजरिंग के नाम पर दिखावा करती है
कोल माफियाओं पर मामला दर्ज करे प्रशासन - महाप्रबंधक रोबिन थानोजा
ईसीएल के सातग्राम श्रीपुर क्षेत्र के महाप्रबंधक रोबिन थानोजा ने कहा कि सातग्राम श्रीपुर क्षेत्र काफी बड़ा है। यह घटना वाले क्षेत्र कुनुस्तोड़िया के अंदर आता है या सातग्राम श्रीपुर के अंदर, इसकी जांच की जा रही है। उन्हें जब इस घटना की जानकारी मिली तो उन्होंने अविलंब रेस्क्यू टीम को घटनास्थल पर जाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि खदानों की डोजरिंग नियमित रूप से की जाती है लेकिन कोल माफिया द्वारा फिर उसे खोल दिया जाता है। इस प्रकार की घटना आगे कभी न हो, इसके लिए प्रयास जारी है। पुलिस से इस घटना की जांच शुरू कर मामला दर्ज करने का अनुरोध किया गया है।