

अंडाल : अंडाल बाजार में भाजपा ने लोक आस्था के महापर्व छठ व्रत के दौरान दो दिन में लिए मांस, मछली की दुकानें बंद रखने की अपील की थी। भाजपा की इस अपील ने राजनीतिक रंग ले लिया है। सोमवार को छठ महापर्व के पहले अर्घ्य के दिन तृणमूल कांग्रेस और माकपा समर्थकों ने अंडाल नार्थ बाजार में प्रदर्शन करते हुए मांस, मछली की दुकानें खुला रखने को कहा। प्रदर्शन के दौरान तृणमूल, माकपा समर्थकों ने नारेबाजी कर भाजपा पर निशाना साधा। प्रदर्शन के मद्देनजर अंडाल थाना की पुलिस ने इस दिन सुबह से ही अंडाल नार्थ बाजार में निगरानी तेज कर दी थी। पुलिस ने तत्परतापूर्वक परिस्थिति को नियंत्रित किया। तृणमूल, माकपा नेताओं ने भाजपा पर निशाना साधते हुए मांस, मछली की दुकानें बंद रखने की अपील को तालिबानी फरमान की संज्ञा दी। वहीं प्रदर्शन के कारण छठ पूजन सामग्री की खरीददारी करने आये लोगों एवं आमजन को समस्याओं से सम्मुखीन होना पड़ा।
यह प्रदर्शन आस्था एवं सनातन पर प्रहार : भाजपा
मांस, मछली की दुकानें खुलवाना, प्रदर्शन के मुद्दे पर भाजपा के रानीगंज मंडल -4 अध्यक्ष राखाल चंद्र घोष ने तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन आस्था एवं सनातन धर्म पर प्रहार है। रविवार को उनलोगों ने बाजार में मांस, मछली विक्रेताओं से छठ पर्व को लेकर दो दिन दुकानें बंद रखने की अपील की थी ताकि फल व पूजन सामग्री खरीदने आने वाले व्रतियों व श्रद्धालुओं को समस्या न हो कारण फल व पूजन सामग्री की दुकान के पास मांस, मछली की दुकानें रहने से पवित्रता भंग होने की गुंजाइश रहती है। किसी को जबरन दुकान बंद रखने को नहीं कहा था। वहीं तृणमूल के लोगों ने प्रदर्शन तथा हंगामा कर एक बार फिर साबित कर दित्य कि उन्हें (तृणमूल ) सनातनी संस्कृति से परहेज है। छठ महापर्व हिंदी भाषियों का त्योहार है लेकिन बड़ी संख्या में बांग्ला भाषी भी इस महापर्व में शामिल होते हैं। भगवान सूर्य को अर्घ्य देने नदी, तालाब पर पहुंचते है। अनेकों बंगाली परिवार भैया दूज के बाद से ही लहसुन, प्याज का सेवन छोड़ देते है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि तृणमूल भाषाई विभेद तैयार कर सनातनियों की एकता तोड़ने के लिए यह सब कर रही है।