

दुर्गापुर : दुर्गापुर आईक्यू सिटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल की छात्रा से गैंगरेप मामले में पुलिस ने जांच और तेज कर दी है। अभियुक्तों की पहचान के लिए दुर्गापुर उप-संशोधनागार में टीआई परेड किया गया। यह प्रक्रिया अतिरिक्त जिला न्यायाधीश की उपस्थिति में की गई ताकि पीड़िता के बयान और पहचान को कानूनी मान्यता मिल सके। शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे पीड़िता चिकित्सा छात्रा को उसकी मां के साथ कड़ी सुरक्षा के बीच दुर्गापुर उप-संशोधनागार लाया गया। इस दौरान अतिरिक्त जिला न्यायाधीश राजीव सरकार, पुलिस अधिकारी और मामले के जांच अधिकारी भी मौजूद रहे। सूत्रों के अनुसार न्यायाधीश की देखरेख में टीआई परेड की प्रक्रिया की गई। टीआई परेड के दौरान पीड़िता ने जिन अभियुक्तों की पहचान की है, वही जांच की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएगा। दुर्गापुर पुलिस अब इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की तैयारी में जुटी है। दुर्गापुर उप-संशोधनागार में लगभग डेढ़ घंटे तक टीआई परेड किया गया। इस दौरान एक तरफ अभियुक्तों को खड़ा करके दूसरी तरफ पर्दे के पीछे पीड़िता को रखा गया था। सूत्रों की मानें तो पीड़िता ने एक जालीदार खिड़की से अभियुक्तों की पहचान की है।
पीड़ित छात्रा के वकील ने क्या कहा
दुर्गापुर में मेडिकल की छात्रा से गैंगरेप मामले में 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। शुक्रवार को टीआई परेड के दौरान पीड़ित छात्रा के अधिवक्ता पार्थ घोष भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि मामले की जांच बिल्कुल सही दिशा में चल रही है। दुर्गापुर उप-संशोधनागार में शुक्रवार को टीआई परेड किया गया। उन्होंने बताया कि गैंगरेप मामले में अभियुक्तों की भूमिका की जांच जारी है। वहीं मामले की जांच पर विशेष नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि जांच में त्रुटि पाए जाने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। शुक्रवार को टीआई परेड की प्रक्रिया पूरी की गई। इस मामले में पीड़ित छात्रा के सहपाठी वासिफ अली की पहचान पहले ही हो चुकी है। इसलिए वासिफ अली को टीआई परेड में शामिल नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि अन्य पांच अभियुक्तों को टीआई परेड के दौरान पीड़िता के सामने खड़ा किया गया था।