

अंडाल : एक वाटर रिजर्वर ढह जाने की घटना में उसके नीचे दबने से दो किशोर बाल-बाल बच गए। निर्माण कार्य में घटिया गुणवत्ता वाली सामग्री का उपयोग करने के कारण यह घटना घटने का आरोप लगाया जा रहा है। इस घटना से स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया है। यह घटना बांकोला एरिया के जलभांगा पैच इलाके के पास स्थित बाउरी पाड़ा में घटी है। बता दें कि यहां के निवासियों की सुविधा के लिए हाल ही में एक वाटर रिजर्वर का निर्माण किया गया था। 20,000 घन मीटर पानी की क्षमता वाले इस वाटर रिजर्वर के निर्माण पर साढ़े चार लाख रुपये की लागत आई थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि उसका निर्माण स्नान और अन्य उद्देश्यों के लिए किया गया था। निर्माण कार्य 10 दिन पहले ही पूरा हुआ है। सोमवार को उक्त रिजर्वर को पानी से भरा गया था। मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे उसका एक किनारा अचानक ढह गया। घटना के समय दो किशोर वहां नहा रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दोनों किशोर बाल-बाल बच गए।
किशोरों ने बताया
इस संबंध में वहां नहा रहे बुद्धो बाउरी ने कहा कि वह एवं उसका एक अन्य साथी, दोनों वहां नहा रहे थे कि तभी अचानक वहां अंदर से तेज आवाज आने लगी। कुछ ही क्षणों बाद वह टूट गया। दोनों ने जल्दी वहां से भाग कर अपनी जान बचायी। दोनों ने बताया कि यदि वे समय रहते वहां से नहीं हटते तो दीवार उन पर ही गिर जाती।
लोगों ने किया पथावरोध
घटना के बाद इलाके के स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया है। गुस्साए लोगों ने संबंधित खदान से कोयला परिवहन करने वाली गाड़ियों को रोककर विरोध प्रदर्शन किया। थोड़ी देर बाद संबंधित कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर संजय मजूमदार वहां पहुंचे। उन्होंने कहा कि यह बहुत दुखद घटना है। कार्य करने वाले ठेकेदार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उसे काली सूची में डाल दिया जाएगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि वैकल्पिक वाटर रिजर्वर शीघ्र ही बनाया जाएगा।