

पांशकुड़ा : पूर्व मिदनापुर के पांशकुड़ा के गोसाईबर बाजार में एक दुकान है। रविवार को करीब तीन बजे सातवीं कक्षा का एक छात्र उस दुकान पर गया। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, उनके बेटे ने दुकान के बाहर चिप्स के कुछ पैकेट पड़े देखे। पैकेट देखकर उसने दुकानदार को बुलाया। लेकिन जब दुकानदार ने कोई जवाब नहीं दिया तो छात्र चिप्स का पैकेट लेकर चला गया। छात्र को देखकर दुकानदार ने उसका पीछा किया, उसे डांटा और फिर कथित तौर पर उसके कान पकड़कर बाजार में उठक-बैठक कराई। इसके बाद छात्र की मां लड़के को वापस दुकान पर ले गई, उसे डांटा और घर लौट आई। जिसके बाद छात्र ने घर लौटकर कीटनाशक पीकर आत्महत्या का प्रयास किया और एक सुसाइड नोट भी लिखा। सुसाइड नोट में लिखा है - ‘‘मां, मैं आपको बता रहा हूं कि मुझे सड़क के किनारे कुरकुरे मिले थे। मैंने उन्हें चुराया नहीं है।’’ मृत छात्र का नाम कृष्णेंदु दास (13) है। इसके बाद छात्र को पांशकुड़ा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जब उसकी हालत बिगड़ गई तो उसे तमलुक जिला अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। जहां उस छात्र की गुरुवार की सुबह मृत्यु हो गई। छात्र के परिवार ने आरोप लगाया है कि दुकानदार द्वारा अपमानित किये जाने के बाद मानसिक दबाव में आकर उनके बेटे ने कीटनाशक खा लिया जिससे उसकी मौत हो गई। हालांकि, दुकान के मालिक की पत्नी ने कहा, छात्र हमारी दुकान के सामने रखे चिप्स ले रहा था तभी मेरे पति बाइक लेकर आए और उससे पूछा कि उसने क्या लिया है। उसने कहा, कुरकुरे। उसके बाद उसने कान पकड़कर मेरे पति को 20 रुपए दिए, उसे सिर्फ़ इतना समझाया कि ऐसा न करें। बाद में उसकी माँ आई और दुकान के सामने लड़के की पिटाई कर दी। मेरे पति का इसमें कोई हाथ नहीं है। हम वाकई उस लड़के की मौत को लेकर दुखी हैं।