

रानीगंज : पश्चिम बंगाल के बिजली, खेल और युवा मामलों के मंत्री अरूप विश्वास ने गुरुवार को रानीगंज विधानसभा क्षेत्र के एनएसबी रोड स्थित विधायक कार्यालय का दौरा किया। उन्होंने यहां मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया की निगरानी के लिए बनाए गए वॉर रूम का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने एसआईआर को लेकर चुनाव आयोग और भाजपा पर सीधा हमला बोला और इसे राज्य में एक 'साजिश' करार दिया। मंत्री अरूप विश्वास ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि चुनाव आयोग अब भाजपा की 'बी टीम' की तरह काम कर रहा है। पश्चिम बंगाल में एसआईआर, चुनाव आयोग और भाजपा की मिलीभगत से रची गई साजिश है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने इसी तरह की साजिशें रचकर महाराष्ट्र, हरियाणा और बिहार में भी चुनाव जीते हैं, लेकिन बंगाल में वह अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के निर्देश पर तृणमूल कार्यकर्ता पूरी तरह से सजग और सतर्क हैं कि एक भी वैध मतदाता का नाम सूची से बाहर न जाए।
हुमायूं कबीर और अग्निमित्रा पाल पर टिप्पणी
अन्य राजनीतिक घटनाक्रमों पर मंत्री अरूप विश्वास ने मुर्शिदाबाद के विधायक हुमायूं कबीर के निलंबन पर कहा कि उन्हें पार्टी के सर्वोच्च नेतृत्व के अनुमोदन पर बाहर निकाला गया है और इस पर अब और कुछ कहने की जरूरत नहीं है। वहीं, अरूप विश्वास ने कहा कि वह (अग्निमित्रा पाल) बीच-बीच में आसनसोल आती हैं और केवल सुर्खियों में बने रहने के लिए इस तरह का नाटक करती रहती हैं।
वॉर रूम का निरीक्षण
मंत्री अरूप विश्वास इन दिनों पश्चिम बर्दवान जिले के दौरे पर है जहां वे प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में पार्टी के वोट रक्षा शिविर एवं वार्ड रूम का बारी-बारी से निरीक्षण कर रहे हैं। मंत्री ने पार्टी द्वारा नियुक्त किए गए बूथ स्तरीय एजेंटों (बीएलए) के साथ बैठक की और एसआईआर निगरानी के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान उनके साथ पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रदीप मजूमदार, पश्चिम बर्धमान जिला तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती, रानीगंज के विधायक तापस बनर्जी और जिला परिषद के मेंटर वी. शिवदासन दासु भी विशेष रूप से मौजूद रहे।