

झाड़ग्राम : सर्दियों का मौसम आते ही लोगों के दिलों में ‘कहीं‘ घूमने जाने की इच्छा जागृत हो जाती है यदि बजट अच्छा है और समय है तो डेस्टनेशन दूर का होता है और यदि यूं ही एक दिन घूमना है तो कहीं आसपास पार्क, मंदिर आदि घूमने चले जाते हैं। झाड़ग्राम जिले के सांकराईल में स्थित दुर्गाहुरी इकोपार्क जिले के टूरिस्ट डेस्टिनेशन में से एक है। जो पश्चिम मिदनापुर के जिला शहर मिदनापुर से तकरीबन 50 किलोमीटर, खड़गपुर से तकरीबन 35 किलोमीटर और झाड़ग्राम शहर से गुप्तमणि होेते हुए तकरीबन 50 किलोमीटर पड़ता है। जिसके कारण इन इलाकों के लोग सुबह जाकर दिनभर पार्क में बिताने के बाद शाम तक आराम से लौट सकते हैं और बजट भी कोई ज्यादा नही होगा, लेकिन दुख की बात है कि यह पार्क अब घूमने लायक नही है। लंबे समय से यह उपेक्षित पड़ा है। पार्क में पहले टूरिस्टों की भीड़ रहती थी लेकिन अब वहां हर शाम नशेड़ी जमा होते हैं। ऐसे में वन विभाग की उदासीनता पर सवाल उठ रहे हैं।
दुर्गाहुरी इकोपार्क जिले के नजदीकी टूरिस्ट डेस्टिनेशन में से एक है। यह पार्क खड़गपुर वन विभाग के कलाईकुंडा रेंज के तहत आता है जिसके करीब पंद्रह साल पहले 40 हेक्टेयर एरिया में बनाया गया था। टूरिस्ट के लिए मुख्य आकर्षण में से एक पार्क के अंदर वॉटर रिज़र्वॉयर और वॉच टावर था। वॉटर रिज़र्वॉयर के पास बैठने के लिए एक शेड बनाया गया था लेकिन रखरखाव के अभाव में शेड गिर गया है। अब पार्क झाड़ियों से भरा है। वन विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार, पार्क लगभग सात वर्षों से वीरान पड़ा है। पार्क के जीर्णाेद्धार के लिए वन विभाग द्वारा 50 लाख रुपये की परियोजना रिपोर्ट तैयार करके भेजी गई थी लेकिन, पार्क के जीर्णाेद्धार की पहल के बारे में वन विभाग की ओर से कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला। 2023 के फरवरी महीने में उस जलाशय में दो छात्रों की डूबने से मौत हो गई थी। उसके बाद वन विभाग ने जलाशय को कंटीले तारों से घेर दिया था। घटना के बाद से पर्यटकों की संख्या में और कमी आई है। झारग्राम जिले को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की पहल की गई है, पर्यटन स्थल के सौंदर्यीकरण के लिए धन आवंटित किया जा रहा है। अब लोगों के बीच सवाल उठ रहे हैं कि दुर्गाहुरी पार्क का जीर्णाेद्धार क्यों नहीं किया जा रहा है। संकराइल ब्लॉक में स्थित वह पार्क झाड़ियों से भरा है लंबे समय से इसका जीर्णाेद्धार नहीं हुआ है। इलाके के लोगों का कहना है कि पर्यटकों के आने से स्थानीय लोगों को भी आमदनी होती है लेकिन पर्यटकों का आना बंद होने से लोगों की आय भी बंद हो गई है। लोगों का आरोप है कि अब हर शाम पार्क में शराब की पार्टियां होती हैं। कभी मशहूर रहा पार्क अब बदमाशों का अड्डा बन गया है। कथित रूप से पार्क के रिनोवेशन के लिए कई बार अप्लाई किया गया है लेकिन कोई काम नहीं हुआ। खड़गपुर वन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि पार्क के जीर्णाेद्धार के लिए प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है। मंजूरी मिलते ही उसके जीर्णोद्वार का काम शुरू हो जाएगा।