

पांडवेश्वर : कुमारडीही गांव से लापता जुड़वां बहनों की गुमशुदगी और पार्क के पीछे मानव अवशेष मिलने की घटना को लेकर ग्रामीणों में कौतुहल का माहौल है। जिस स्थान पर मानव अवशेष बरामद हुए हैं, वहां मिले कपड़ों, जैकेटों और जूतों के टुकड़ों से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि हड्डियां, खोपड़ी आदि जुड़वा बहनों स्नेहा और श्रद्धा की हो सकती हैं। कारण कपड़े, जैकेट व जूते के अंश की शिनाख्त जुड़वां बहनों के परिजनों ने की है। लेकिन डीएनए टेस्ट रिपोर्ट आने तक यह कहना मुश्किल है कि बरामद मानव अवशेष दोनों बहनों की ही है। वहीं सोमवार को सबूत तलाशने आसनसोल से स्निफर डॉग लाया गया। डीही पार्क के पीछे उस जगह पर स्निफर डॉग को ले जाया गया जहां से मानव अवशेष मिला था। पुलिस की टीम स्निफर डॉग को लेकर संदिग्ध स्थानों पर ले गई जहां से किसी तरह का कोई सुराग मिल सके। उक्त स्थान पर हालिया गतिविधियों का पता लगाने की कोशिश स्निफर डॉग के माध्यम से की गई। इस दिन दोपहर दुर्गापुर से 3 सदस्यीय फॉरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची। घटना स्थल की बारीकी से जांच करने के साथ-साथ टीम ने नमूना संग्रह किया। यही नहीं टीम ने वहां की तस्वीरें भी ली।
क्या है मामला
ज्ञात हो कि बीते 1 दिसंबर को कुमारडीही गांव के बाउरी पाड़ा स्थित ननिहाल में रहनेवाली 10 वर्षीय जुड़वां बहनें स्नेहा और श्रद्धा घर से मैदान में खेलने गई और रहस्मय ढंग से लापता हो गई थी। दोनों बहनों की गुमशुदगी की खबर फैलते ही इलाके में हलचल मच गई थी। जुड़वां बहनों के लापता होने की घटना के दूसरे दिन उसी मैदान के निकट पेड़ से बाउरी पाड़ा निवासी उज्जवल बाउरी का फंदे से लटका शव मिलने से सनसनी फैल गई थी। वहीं दोनों बहनों की तलाश में पांडवेश्वर थाना की पुलिस बीते करीब साढ़े चार महीनों से दिन-रात किये हुए थी। बहनों की तलाश में अन्य राज्यों में भी पुलिस टीम भेजी गयी थी लेकिन बीते शनिवार को डीही पार्क के पीछे मानव अवशेष की बरामदगी ने इस मामले में नया ट्विस्ट ला दिया है।