

रानीगंज : कोलकाता के बाद राज्य के प्रतिष्ठित एवं सक्रिय रानीगंज चेम्बर आफ कॉमर्स के इतिहास में शायद यह पहला मौका है जब किसी मांग को लेकर रानीगंज चेम्बर ऑफ कॉमर्स का घेराव कर ज्ञापन सौंपा गया हो। मूल रूप से रानीगंज चेम्बर ऑफ कामर्स व्यवसायियों का संगठन है परन्तु व्यवसायियों की समस्याओं के साथ-साथ शहर की भी समस्याओं लेकर चेम्बर ऑफ कामर्स के सदस्य हमेशा सक्रिय रहते हैं। रानीगंज चेम्बर ऑफ कामर्स ही अपनी मांगों को लेकर कोलकाता से लेकर जिले के प्रशासनिक अधिकारियों तक अपना ज्ञापन सौंपते आ रहा है। वहीं इतनी बड़ी संख्या में किसी गैर-व्यापारिक संगठन द्वारा चेम्बर का घेराव कर ज्ञापन सौंपना अपने आप में एक अलग अध्याय की शुरुआत की है। हालांकि काफी शांतिपूर्ण तरीके से पश्चिम बंग बाउरी समाज शिक्षा समिति के सदस्यों ने ज्ञापन सौंपा।
चेम्बर के सदस्यों ने सहयोग का दिया आश्वासन
इस दिन रानीगंज थाने का घेराव एवं ज्ञापन सौंपने के बाद पश्चिम बंगाल बाउरी समाज शिक्षा समिति के नेता सुमंत बाउरी के नेतृत्व में बाउरी समाज के महिला एवं पुरुषों ने रानीगंज चेम्बर ऑफ कॉमर्स के कार्यालय पहुंचे। हालांकि रविवार होने के कारण चेम्बर ऑफ कॉमर्स बंद था परन्तु बाउरी समाज के अनुरोध पर ज्ञापन लेने चेम्बर के अध्यक्ष रोहित खेतान, कार्यकारी अध्यक्ष प्रदीप बाजोरिया एवं सचिव अरुमय कुण्डू उपस्थित थे। आरसीसी कार्यालय के सामने प्रदर्शन करने के पश्चात पश्चिम बंग बाउरी समाज शिक्षा समिति का एक प्रतिनिधि दल ज्ञापन देने चेम्बर के पदाधिकारियों के समक्ष पहुंचा और अपनी मांगों लेकर ज्ञापन सौंपा। मूल रूप से इनकी मांगें थी कि रानीगंज शहर एवं आसपास के क्षेत्र स्थित कल-कारखानों में स्थानीय बाउरी समाज के बेरोजगार युवकों को रोजगार मुहैया कराया जाए। बेरोजगार युवकों को काम दिया जाए और इस कार्य में रानीगंज चेम्बर ऑफ कामर्स के पदाधिकारी अग्रिम भूमिका निभाएं। इस बारे में रानीगंज चेम्बर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष रोहित खेतान, कार्यकारी अध्यक्ष प्रदीप बाजोरिया ने कहा कि सौहार्दपूर्ण वातावरण में बाउरी समाज के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत हुयी है। उनकी एक सूत्री मांग यही है कि रानीगंज के बेरोजगार युवकों को रोजगार मुहैया करवाने में प्राथमिकता दी जाये। यह अच्छी बात है कि वे लोग भी उनकी भावनाओं को सम्मान देते हुए अपने चेम्बर के सदस्यों के समक्ष उनकी मांग रखेंगे और अनुरोध करेंगे कि ज्यादा से ज्यादा स्थानीय युवकों को रोजगार मुहैया कराया जाये और ऐसा होता है तो इस क्षेत्र के लिए भी बेहतर होगा।