'पश्चिम बंगाल के लोग तुष्टीकरण की राजनीति बर्दाश्त नहीं करेंगे'

ममता दीदी को लगाव है तो जाए बांग्लादेश : कोयला राज्य मंत्री सतीश चन्द्र दूबे
'पश्चिम बंगाल के लोग तुष्टीकरण की राजनीति बर्दाश्त नहीं करेंगे'
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रानीगंज : बुधवार को रानीगंज शहर के लायंस क्लब के सभाकक्ष में केन्द्रीय कोयला राज्य मंत्री सतीश चन्द्र दूबे ने केन्द्र की मोदी सरकार के 11 वर्षों की उपलब्धियों को लेकर आयोजित सभा को संबंधित किया। इस मौके पर बीजेपी के जिला अध्यक्ष देवतनु भट्टाचार्य, संगठन मंत्री सतीश गोड़, सांसद ज्योर्तिमय सिंह महतो, विधायक डॉ. अजय पोद्दार, विधायक अग्निमित्रा पाल, पूर्व विधायक जितेन्द्र तिवारी, तुशार कांति बनर्जी, सभापति सिंह, रवि केशरी, दयानंद पाठक, पवन सिंह, आशा शर्मा, केशव पोद्दार समेत बीजेपी के अन्य नेता एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे। केन्द्रीय कोयला राज्य मंत्री सतीश चन्द्र दूबे ने विकसित भारत की इस सभा से राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा। सतीश चन्द्र दूबे ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का उल्लेख करते हुए कहा कि ईद के दौरान जब वे आये थे तो जगह-जगह पोस्टर देखकर ऐसा लग रहा था कि दीदी नमाज पढ़कर आ रही हैं लेकिन उन्हें दुर्गापूजा से आपत्ति है, सरस्वती पूजा से आपत्ति है, रामनवमी से आपत्ति है, छठपूजा से आपत्ति है। आपको इतनी दिक्कत है और उन लोगों से इतना लगाव है तो आप बांग्लादेश क्यों नहीं चली जातीं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तुष्टीकरण की राजनीति में व्यस्त हैं। अब यह तुष्टीकरण की राजनीति ज्यादा दिनों तक नहीं चलेगी। पश्चिम बंगाल की जनता मन बना चुकी है और 2026 में उन्हें जाना ही पड़ेगा। लगता है कि बॉर्डर खोल दिया है, जितना वोटर है आ जाओ परन्तु अब पश्चिम बंगाल के लोग अपनी संस्कृति, अपने स्वभिमान और डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के आदर्शों के साथ जीना चाहते हैं।

विरोधियों पर भी साधा निशाना

केन्द्रीय कोयला राज्य मंत्री सतीश चन्द्र दूबे ने तृणमूल कांग्रेस समेत देश के सभी विरोधी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि जो राजा हमारे देश को लूटकर ले गए, हमारी संस्कृति को तहस-नहस कर दिया, हमारे आस्था के केन्द्र को बर्बाद किया, क्या ऐसे व्यक्ति के नाम से स्टेशन, सड़क का नामकरण होना चाहिए ? लुटेरों को ताज बनाकर रखना चाहिए ? हमें गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने की जरूरत है। देश प्रगति की ओर बढ़ रहा है। अगर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ऐसे लुटरे राजाओं के नाम से बने स्टेशनों का नाम बदल रहे हैं तो फिर क्या बुरा है ? लुटेरों को हम क्यों याद रखें। कांग्रेस की सरकार ने इतने दिनों तक याद क्यों रखा, इनको सम्मान क्यों दिया ? इस पर भी विरोधी दल को आपत्ति है। लुटेरों के नाम क्यों बदले जा रहे हैं, इन पर विरोधियों की आपत्ति है। परन्तु मोदी जी की सरकार अपनी संस्कृति, अपनी विरासत को बचाए रखने की ओर कदम बढ़ा रही है। हमें अपने विरासत पर गर्व है। केंद्रीय कोयला राज्य मंत्री सतीश चन्द्र दूबे ने कहा कि विकसित भारत एक योजना नहीं बल्कि एक सपना है। यह सपना जो देश के हर गांव-हर शहर को समृद्ध बनाएगा। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत का एक सपना देश के सामने रखा है। देश की आजादी के 75 से 100 साल में भारत दुनिया के सामने पहली पंक्ति में खड़ा हो, यह सपना है विकसित भारत का। हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो, चाहे कृषि हो, उद्योग हो, विज्ञान हो, सब क्षेत्र में अग्रिम भूमिका निभाए। सतीश चन्द्र दूबे ने कहा कि जिस देश की 65 प्रतिशत आबादी युवा हो, वह देश आपने आप में शक्तिशाली और समृद्ध देश है। देश के युवा कैसे आगे बढ़ें, इस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी एक-एक बिंदू पर काम कर रहे हैं। 21 वीं सदी भारत की सदी है। इस सदी में भारत विकसित भारत के रूप में आगे बढ़ रहा है। नरेन्द्र मोदीजी की सरकार में देश की माता एवं बहनों को असली ताकत मिली है। महिला सशक्तीकरण को बढ़ाने के लिए उज्ज्वला योजना, मुद्रा बैंक योजना जैसी योजनाओं से महिला को असली शक्ति मिली है। प्रधानमंत्री जी ने महिलाओं को राष्ट्रीय शक्ति माना है। नरेन्द्र मोदीजी की सरकार में हर व्यक्ति को उसका अधिकार मिला है। समाज के अंतिम श्रेणी में खड़े व्यक्ति को भी अपना मकान हो, अपना रोजगार हो, इसके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना और मुद्रा लोन की व्यवस्था मोदी सरकार ने की है। मोदी जी ने 11 वर्षों के शासनकाल में सभी का विकास किया है। हर तबके के लोगों के लिए सोचा और उनके लिए योजनाएं बनायी। नरेंद्र मोदीजी के विकसित भारत के सपने को हमें साकार करना है।

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