

दुर्गापुर : दुर्गापुर में SIR मतदाता सूची से जुड़ी सुनवाई को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। वही 76 वर्षीय कलि घोष दोस्तीदार को सुनवाई के लिए बुलाया गया जिन्हें हाल ही में पेसमेकर लगाया गया है। जानकारी के अनुसार कुछ दिनों पहले तक अस्पताल में वह वेंटिलेशन पर थीं, उन्हें सुनवाई के लिए बेनाचिति स्थित भिरंगी त्रैलोकनाथ विद्यालय में उपस्थित होने के लिए मजबूर किया गया। इस दौरान गंभीर शारीरिक अस्वस्थता के बावजूद बुजुर्ग महिला को सुनवाई केंद्र पर बुलाने को लेकर 14 नंबर वार्ड की पूर्व तृणमूल पार्षद राखी तिवारी ने कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने इस घटना को अमानवीय बताते हुए कहा कि इस तरह के गंभीर रूप से बीमार बुजुर्गों के लिए चुनाव आयोग को वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए थी। वहीं जरूरत पड़ने पर उनके घर जाकर ही सुनवाई की प्रक्रिया पूरी की जा सकती थी। राखी तिवारी ने कहा कि नागरिकों के अधिकारों की रक्षा के साथ प्रशासन को मानवीय दृष्टिकोण भी अपनाना चाहिए। बीमार और असहाय लोगों को शारीरिक जोखिम में डालकर प्रशासनिक औपचारिकताएं पूरी कराना किसी भी तरह स्वीकार्य नहीं है। इस घटना के बाद स्थानीय स्तर पर यह सवाल उठने लगे हैं कि एसआईआर सूची संशोधन जैसी अहम प्रक्रिया में अस्वस्थ और बुजुर्ग नागरिकों के लिए कितनी संवेदनशील व्यवस्था की जा रही है।