

आसनसोल : अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस पर आसनसोल विशेष सुधारगृह का एक दृश्य देखने को मिला। नजारा ऐसा था कि उपस्थित सभी लोगों ने आंसू और रिश्तों के याद में सिमट गये। गौरतलब है कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) और सुधारगृह प्रशासन के विशेष प्रयास से चार विचाराधीन और एक सजा प्राप्त कैदी को उनके परिवार वालों से मिलने का मौका मिला। इनमें से कुछ कैदियों को 4 साल, कुछ को 4 या 6 महीने से परिजनों से कोई संपर्क नहीं था। मौके पर उपस्थित एसडीओ विश्वजीत भट्टाचार्य ने कहा कि एक छोटी बच्ची, जो पिछले चार साल से अपनी मां से नहीं मिली थी, वह मां की गोद में थी। इससे बड़ा परिवार दिवस पर तोहफा क्या हो सकता है। वहीं जेल सुपर चायेंद्री हाइट ने कहा कि जज साहब और विधिक सेवा प्राधिकरण के सहयोग से आज का आयोजन संभव हो पाया। वर्षों बाद एक मां अपनी बेटी से मिली है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अम्रपाली चक्रवर्ती ने कहा कि एक पिता अपने बेटे से मिला और एक बेटी अपनी मां से, इससे बड़ा उपहार परिवार दिवस पर क्या हो सकता है। इस मौके पर विचाराधीन कैदी के परिवार सहित जेल के कई पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।