

आसनसोल : राज्य के साथ पश्चिम बर्दवान जिले में मनरेगा योजना के तहत 100 दिन का काम फिर से चालू किया जाएगा । इसके लिए राज्य के प्रत्येक जिले में कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बुधवार एडीडीए के सभागार में एडीएम जिला परिषद प्रशांतराज शुक्ला की अध्यक्षता में मनरेगा योजना चालू होने के पहले कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया। डिस्ट्रिक्ट नोडल अधिकारी गौतम दत्त ने कहा कि इस बार पूरे देश में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) योजना के तहत शामिल होने के लिए सिक्योर 2.5 के माध्यम से आवेदन किया जाएगा। इसके बाहर करने पर कुछ नहीं किया जाएगा। ग्रामीण पंचायत निर्माण सहायकों और ब्लॉक कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने कहा कि बुधवार दुर्गापुर के चार ब्लॉकों के कर्मियों को लेकर प्रशिक्षण दिया गया। आगामी दिनों में आसनसोल के लोगों के लिए प्रशिक्षण देने का काम किया जाएगा। इस दौरान 49 कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया। अब मजदूरों की उपस्थिति राष्ट्रीय मोबाइल निगरानी प्रणाली (एनएमएमएस) ऐप के माध्यम से दर्ज की जाएगी, जिसमें जियो-टैग की गई दो टाइम -स्टैम्प वाली तस्वीरें शामिल है। यह बीते 1 जनवरी 2023 से अनिवार्य कर दिया गया है। इसके तहत काम की मांग, बेरोजगारी भत्ता, समय पर वेतन भुगतान और शिकायत निवारण तथा सोशल ऑडिट जैसे अधिकार भी हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी श्रमिक आवेदन करने के 15 दिनों के भीतर काम देने की मांग कर सकता है। अगर समयानुसार काम नहीं दिया गया तो उक्त श्रमिकों को बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा। मनरेगा योजना ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका सुरक्षा को बढ़ाने और टिकाउ परिसंपतियों के निर्माण के उदेश्य से शुरू किया गया है। मनरेगा की 2025 की नई दर अब दैनिक मजदूरी 349 रुपये से बढ़ाकर 370 रुपये प्रति व्यक्ति कर दी गई है।