
आसनसोल : आसनसोल नगर निगम के आलोचना मीटिंग हॉल में चाइल्ड प्रोटेक्शन एवं मेयर कार्यालय में कई मुद्दों को लेकर बैठक की गई। बता दें कि बाल श्रम पर नियंत्रण एवं उनकी सुरक्षा को लेकर गहन चर्चा की गई। मौके पर मेयर बिधान उपाध्याय ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि नगर निगम के 10 में से 8 बोरो में बाल श्रम को रोकने के लिए कमेटियां बनाई जा चुकी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जिन दो बोरो में अभी तक कमेटियां नहीं बनी हैं, वहां अगले सप्ताह बैठक बुलाकर काम पूरा कर लिया जाएगा। मेयर ने बैठक में बताया कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बाल श्रम पर पूरी तरह से रोक लगाने की बात कही है और आसनसोल नगर निगम उनके प्रयासों को पूरा करने में पूरी तरह से लगा हुआ है। यह पहल बाल श्रम उन्मूलन के प्रति नगर निगम की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
मेयर कार्यालय में की गई बैठक
मेयर बिधान उपाध्याय के कार्यालय में जगन्नाथ मंदिर के प्रसाद के साथ-साथ गारुई नदी की साफ-सफाई को लेकर एक बैठक की गई। बैठक में चर्चा की गई कि आसनसोल नगर निगम क्षेत्र के कुल 106 वार्डों में रहने वाला निवासियों तक प्रसाद किस तरह पहुंचाया जाए और अधिक से अधिक लोग इस धार्मिक अनुष्ठान का लाभ उठा सकें। वहीं बाढ़ की समस्या से बचने के लिए गारूई नदी की साफ-सफाई को लेकर गहन चर्चा की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य गारूई नदी के संरक्षण और उसके किनारों को अतिक्रमण से बचाने की दिशा में एक महत्वपू्र्ण पहल है। मेयर बिधान उपाध्याय ने नदी की सफाई को लेकर गंभीरता जताते हुये बताया कि इस दिशा में एक नया काम शुरू किया गया है, जिसके तहत 600 मीटर नदी के किनारे पर बाउंड्री बनाने का कार्य किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने बताया कि इस कार्य में करीब 2 करोड़ रुपये की लागत आएगी। वहीं जहां पर भी नदी के किनारे खाली जगह मिलेगी, वहां बाउंड्री से उसे घेर दिया जाएगा। इस मौके पर आसनसोल नगर निगम के मेयर बिधान उपाध्याय सहित निगम के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।