

खड़गपुर : पश्चिम मिदनापुर जिला अंतर्गत खड़गपुर में पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार बुधवार को बस्ती बचाओ संग्राम कमेटी की ओर से डीआरएम बंगले का घेराव किया गया। जिसे लेकर इलाके में भारी बवाल हुआ। खड़गपुर सदर के पूर्व विधायक प्रदीप सरकार, देवाशीष चौधरी, जवाहर पाल आदि टीएमसी नेताओं के नेतृत्व में सैकड़ों लोग इस घेराव आंदोलन में पहुंच गए और रेलवे प्रशासन तथा डीआरएम के खिलाफ जमकर नारे लगाने लगे। इस दौरान जब रेलवे के बंगले से डीआरएम की गाड़ी बाहर निकली तो उसे रोकने के लिए टीएमसी के कई नेता वहां पहुंच गए। आरपीएफ ने सभी आंदोलनकारियों को रोकने की हर संभव कोशिश की। इस दौरान आरपीएफ के साथ टीएमसी नेताओं के बीच खूब धक्का मुक्की हुयी। जिसके बाद आरपीएफ ने बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज किया। जिसमें महिला टीएमसी नेत्री हेमा चौबे, पार्षद रोहण दास और युवा टीएमसी के एक नेता असित पाल घायल हो गए। असित पाल को चिकित्सा के लिए फिलहाल खड़गपुर स्टेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जबकि बाकी घाय़लों को शुरूआती चिकित्सा के बाद छोड़ दिया गया है। टीएमसी के नेताओं का आरोप है कि रेलवे प्रशासन पुरी गेट समेत विभिन्न जगहों पर स्थित रेल की बस्तियों में रहने वाले लोगों को इन दिनों बेदखल करने की कोशिश कर रहा है। जिसके विरोध में उनलोगों ने डीआरएम बंगले का घेराव किया, लेकिन आरपीएफ ने शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे लोगों पर लाठियां बरसायी। रेलवे प्रशासन और आरपीएफ के इस अत्याचार के खिलाफ टीएमसी ने गुरुवार को खड़गपुर में एक प्रतिवाद जुलूस निकालने की घोषणा भी की है।