

आसनसोल : ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ECL) में व्याप्त वित्तीय संकट और श्रमिकों के बकाया भुगतान को लेकर श्रमिक संगठनों ने आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है। रविवार और ओवरटाइम (ओटी) के बकाया भुगतान के साथ-साथ समय पर वेतन न मिलने से नाराज संयुक्त संग्राम कमेटी (जैक) ने प्रबंधन को चेतावनी दी है कि यदि 5 जनवरी तक सभी देय राशि का भुगतान नहीं हुआ तो कोलियरी में व्यापक आंदोलन किया जाएगा। इस बावत जैक ने ईसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक (CMD) को पत्र प्रेषित किया है।
एटक कार्यालय में हुई जैक की अहम बैठक
गुरुवार को एटक कार्यालय में जैक की एक विशेष बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में एटक, एचएमएस, आईएनटीटीयूसी, सीटू, बीएमएस, इंटक, टीयूसीसी एवं यूटीयूसी जैसे प्रमुख श्रमिक संगठनों के शीर्ष पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक का मुख्य एजेंडा ईसीएल प्रबंधन का 'ढुलमुल रवैया' और श्रमिकों की बढ़ती आर्थिक परेशानी रहा।
दिग्गज नेताओं ने जताई नाराजगी
कोलियरी मजदूर सभा के महासचिव गुरदास चक्रवर्ती ने आरोप लगाया कि प्रबंधन की लापरवाही के कारण कोल श्रमिकों में नाराजगी चरम पर है। सीएमसी के महासचिव एसके पांडेय ने सभी संगठनों से एकजुट होकर आंदोलन की राह पर चलने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यदि निर्धारित तिथि तक भुगतान नहीं होता है, तो कोयला कामगारों के पास "मजबूत आंदोलनात्मक कार्यक्रम" शुरू करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा। केकेएससी के महासचिव व विधायक हरेराम सिंह ने स्पष्ट कहा कि प्रबंधन की जिम्मेदारी है कि वह श्रमिकों को समय पर ओटी सहित वेतन का भुगतान करे। श्रमिकों के हक से कोई समझौता नहीं होगा।
प्रबंधन ने खड़े किए हाथ, कहा- 'सैलरी देना भी मुश्किल'
सूत्रों के अनुसार, ईसीएल प्रबंधन ने पहले ही श्रमिक प्रतिनिधियों को सूचित कर दिया है कि कंपनी गंभीर वित्तीय संकट से गुजर रही है। प्रबंधन का कहना है कि वर्तमान स्थिति में केवल वेतन देना ही चुनौती बना हुआ है, ऐसे में ओटी का भुगतान कर पाना फिलहाल संभव नहीं है। बता दें कि पिछले माह भी वेतन भुगतान को लेकर अनिश्चितता बनी हुई थी और काफी हंगामे के बाद ही कर्मचारियों को वेतन मिल पाए थे। अब 'जैक' के कड़े रुख ने प्रबंधन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। यदि 5 जनवरी तक समाधान नहीं निकला, तो कोयला उत्पादन ठप होने की पूरी आशंका है।