राज्य में बच्चों को शिक्षित करना और बाल श्रम को खत्म करना जरूरी : मंत्री मलय

राज्य में बच्चों को शिक्षित करना और बाल श्रम को खत्म करना जरूरी : मंत्री मलय
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आसनसोल : कल्याणपुर स्थित श्रमिक कार्यालय में रविवार को विश्व शिशु श्रम विरोधी दिवस को लेकर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मौके पर मंत्री मलय घटक ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्हें शिक्षित करने के लिए कई लाभजनक योजनाओं को लागू किया गया है ताकि बच्चों की पढ़ाई किसी कारण से अधूरी न रह जाये। वहीं उन्होंने कहा कि बाल श्रम करवाना काफी निंदनीय अपराध है। बच्चों के मौलिक अधिकारों का खुलेआम हनन किया जा रहा है जिसे सरकार पहल कर काफी हद तक काबू करने में सफल रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में बच्चों को शिक्षित करना और बाल श्रम को पूरी तरह से खत्म करना जरूरी है। बच्चों को कम से कम 18 साल तक हर हाल में शिक्षा प्रदान करने का तृणमूल सरकार ने संकल्प किया है। वहीं जिलाधिकारी एस पोन्नमबलम ने कहा कि जिले में बाल श्रम को पूर्ण रूप से समाप्त करने की पहल की जा रही है। बाल श्रम करवाने वालों पर सख्त कार्रवाई करने की तैयारी हो रही है। जो लोग बच्चों से काम करवाते हैं, इसकी शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। बच्चों के लिए कक्षा एक से स्कॉलरशिप की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड के माध्यम से बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए लोन भी दिया जा रहा है। अब कोई विद्यार्थी आर्थिक तंगी के कारण उच्च शिक्षा प्राप्त करने से वंचित नहीं रह सकता है। मौके पर डिप्टी लेबर कमिशनर तीर्थंकर सेनगुप्ता, आईएनटीटीयूसी के जिलाध्यक्ष अभिजीत घटक, मेयर परिषद सदस्य गुरदास चटर्जी, तृणमूल नार्थ ब्लॉक दो के अध्यक्ष अनिमेष दास सहित कई अधिकारी व पार्षद उपस्थित थे।

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