
खडगपुर : इस भीषण गर्मी के मौसम में काफी लोगों को पेयजल की किल्लतों का सामना करना पड़ता है, लेकिन कई जगहों पर पानी की बर्बादी भी खूब होती है। जिसे रोकने के लिए प्रशासन की ओर से त्वरित रूप से कोई कदम नहीं उठाया जाता है। पश्चिम मिदनापुर जिला अंतर्गत खड़गपुर के कई वार्डों में भी लंबे अरसे पेयजल की भारी बर्बादी हो रही है। खड़गपुर नगरपालिका अंतर्गत इंदा, खरीदा, नईखोली, मलिंचा, नीमपुरा, पंचबेड़िया आदि जगहों पर स्थित सैकड़ों स्ट्रीट नलों से रोजाना हजारों लीटर पानी बर्बाद किया जा रहा है। खड़गपुर नगरपालिका की ओर से कंसावती नदी से लोगों को पानी की आपूर्ति किय़ा जाता है। इसके अलावा नगरपालिका के सभी 35 वार्डों में स्थानीय स्तर पर खुदाई किए गए बोरिंग से भी लोगों को पानी मुहैया करायी जा रही है। रेल क्षेत्र में स्थित रेलवे की कालोनियों में रेलवे प्रशासन शुद्ध और पर्याप्त मात्रा में पानी की आपूर्ति कराने में विफल साबित हो रहा है। जिसकी वजह से रेल क्षेत्र के लोग भी पानी के लिए नगरपालिका के स्ट्रीट नलों का सहारा लेते हैं। रेलवे वार्डों में भी नगरपालिका प्रशासन की ओर से सैकड़ों स्ट्रीट नल लगाया गया है। जिससे सभी लोगों को आसानी से शुद्ध और काफी पानी मिल जाता है, लेकिन नगरपालिका क्षेत्र के अलावा कई रेल वार्डों में भी सैकड़ों नलों की स्थिति टूटी फूटी और खराब होने से पानी की बर्बादी भी खूब हो रही है। ज्यादातर नलों में टोटी तक नहीं है। जिसकी वजह लोगों के पेयजल संग्रह कर लेने के बाद हजारों लीटर पानी यूं ही बर्बाद होता रहता है। एक प्रकार से शहर में पानी की बेहिसाब बर्बादी इन दिनों एक समस्या का रूप लेता जा रहा है। मलिंचा निवासी समाजसेवी डाक्टर दीपक कुमार दासगुप्ता ने कहा कि पानी की बर्बादी को रोकने के लिए प्रशासन को तरुंत और प्रभावी कदम उठाने की आवश्य़कता है। अन्यथा भावी पीढ़ी को पेयजल की किल्लतों का भारी सामना भी करना पड़ सकता है। नगरपालिका की चेय़रपर्सन कल्याणी घोष ने पानी की बर्बादी को रोकने के लिए खराब स्ट्रीट नलों की मरम्मत के साथ ही लोगों के बीच जल्द ही जागरूकता अभियान चलाने की बात कही है।