

जामुड़िया : निंघा गुरुद्वारा गुरु अर्जुन देवजी की ओर से सिख पंथ के पांचवें गुरु, श्री गुरु अर्जुन साहेबजी के शहीदी दिवस पर एक भव्य गुरमत दीवान, लंगर, ठंडे जल की छबील और स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन निंघा स्टाफ क्लब में किया गया। इस मौके पर पंजाब से आए रागी कीर्तनी जत्थे और प्रचारकों ने हाजिरी लगाई। दीवान पंडाल को श्री गुरु ग्रंथ साहिबजी की हजूरी में सजाया गया, जहां आसनसोल-शिल्पांचल सहित आसपास के क्षेत्रों से हजारों श्रद्धालु और जनप्रतिनिधि शामिल हुए। पंजाब से आए प्रसिद्ध सिख प्रचारक भाई सुच्चा सिंह आरनो ने श्री गुरु अर्जुन साहेबजी के शहादत का इतिहास संगत के सामने रखा। उन्होंने बताया कि गुरु साहिब को मुगल शासन के दौरान गर्म लोहे के तवे पर बैठाकर शहीद किया गया, कारण उन्होंने अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई और श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की रचना करवाई। भाई सुच्चा सिंह ने यह भी कहा कि 1 जून को ही ऑपरेशन ब्लू स्टार की शुरुआत हुई थी, जिसमें तत्कालीन भारत सरकार ने अकाल तख्त पर हमला किया था। इसके बाद 1984 के सिख कत्लेआम में हजारों निर्दोष सिखों की हत्या कर दी गई। उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि आज तक सिखों को इंसाफ नहीं मिला है और शायद कभी मिलेगा, यह कहना मुश्किल है। साथ ही, उन्होंने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रशंसा की, जिन्होंने किसान आंदोलन और सिख समुदाय के समर्थन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। अमृतसर से आए कीर्तनी जत्थे के भाई इंदरजीत सिंह सड़क ने मधुर गुरबाणी कीर्तन के माध्यम से संगत को रूहानी आनंद प्रदान किया। जामुड़िया के विधायक हरेराम सिंह भी माथा टेकने पहुंचे और उन्होंने कहा कि सिख समुदाय का लंगर शेड की पुरानी मांग को अब लिखित रूप में स्वीकृति के लिए भेज दिया गया है। 2026 के चुनाव से पहले निंघा गुरुद्वारा परिसर में शेड का निर्माण हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री सिख समुदाय को उच्च सम्मान देती हैं और कार्य निश्चित रूप से पूर्ण होगा। गुरुद्वारा प्रधान राजा सिंह ने जानकारी दी कि हर वर्ष की भांति इस बार भी शहीदी दिवस श्रद्धा एवं सेवा भाव से मनाया गया। सभी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों, जत्थेबंदियों और जनप्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया। इस वर्ष विशेष रूप से स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन लायंस क्लब के सहयोग से किया गया संगत की तरफ से ठंडे पानी की छबील एवं लंगर सेवा बड़े स्तर पर हुई।