

आसनसोल : पश्चिम बर्दवान जिले में विकास कार्यों को करने में आ रही समस्याओं को लेकर हमेशा बैठक कर उसका समाधान किया जाता है। इसी विषय पर बुधवार को एडीडीए के सभागार में जिलाधिकारी एस पोन्नमबलम की अध्यक्षता में डिस्ट्रिक्ट लेबल मॉनिटरिंग कमेटी (डीएलएमसी) की महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जिले के विभिन्न विभागों की समस्या को लेकर इसके समाधान के लिए विस्तार से चर्चा की गई। जिलाधिकारी एस पोन्नमबलम ने जिले में आगामी 29 व 30 मई को भारी बारिश होने की चेतावनी के देखते हुए जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया। साथ ही जिले में कहां कौन सी घटनाएं घटी, इस पर नजर रखने के लिए दो दिन कंट्रोल रूम खोलने का आदेश दिया। उन्होंने कंट्रोल रूम में 24 घंटे अधिकारियों को आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया। आसनसोल नगर निगम और दुर्गापुर नगर निगम को भी रिलीफ के लिए तैयार रहने का आदेश दिया गया। मानसून समयानुसार आने की संभावना प्रबल है। बारिश आने के पूर्व पेंडिंग कार्यों को पूरा करने के लिए अधिकारियों को पहल करने को कहा गया। उन्होंने कहा कि इंटर डिपार्टमेंट की समस्या के समाधान के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को बिलंब नहीं करना होगा कारण इससे विकास प्रभावित होता है। विकास कार्य किसी विभाग के कारण अटकता है तो उक्त विभाग के अधिकारियों को जवाब देने के लिए तैयार रहना जरूरी है। बिजली विभाग को खम्भे लगाने व केबल्स ले जाने के लिए लैंड विभाग की स्वीकृति सहित अन्य विभाग भी एक दूसरे विभाग पर निर्भर हैं। एक विभाग के विलंब करने से अन्य विभाग के विकास कार्य पर प्रभाव पड़ना स्वाभाविक है। मौके पर अतिरिक्त जिलाधिकारी (शिक्षा व विकास) संजय पाल, अतिरिक्त जिलाधिकारी (जिला परिषद) प्रशांतराज शुक्ला, अतिरिक्त जिलाधिकारी (एलआर) अर्णब बनर्जी, सीएमओएच डॉ. एसके एमडी युनूस, आसनसोल अनुमंडल अधिकारी विश्वजीत भट्टाचार्य, एडीएम इलेक्शन मनमोहन भट्टाचार्य के अलावा विद्युत, पीएचई, पीडब्ल्यूडी, फूड आदि विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
गारुई नदी की सफाई को लेकर ननि अभियंताओं की डीएम ने ली क्लास
डीएलएमसी की बैठक के दौरान जिलाधिकारी एस पोन्नमबलम ने आसनसोल नगर निगम के अभि्यंताओं को सख्त निर्देश दिया कि इस बार बारिश में रेलपार से होकर गुजरने वाली गारुई नदी में बाढ़ जैसी स्थिति नहीं होनी चाहिए। नदी की सफाई सही तरह से करानी होगी। यह नगर निगम के अभियंताओं व अधिकारियों की जिम्मेवारी है। उन्होंने कहा कि सफाई के लिए सरकार फंड देती है तो किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।