

बर्नपुर : बर्नपुर स्थित भारती भवन में रविवार दोपहर साहित्य संस्कृति की पहल का मंच गणमित्र द्वारा अभिनंदन समारोह एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया। गौरतलब है कि कोयलांचल एवं शिल्पांचल की मिट्टी में जन्मे कथाकार एवं कवि शिव कुमार यादव की साहित्यिक यात्रा पर गणमित्र संस्था द्वारा उनका नागरिक अभिनंदन समारोह किया गया। यह केवल एक साधारण संगोष्ठी नहीं बल्कि एक ऐसा मंच था जहां से कोयलांचल के कथाकार को उसके साहित्यिक अवदान एवं सामाजिक सक्रियता के लिए पुष्प गुच्छ, शॉल और प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया। साथ ही उनके साहित्य में व्याप्त कोयलांचल व देश-दुनिया की समस्याओं पर व्यापक चर्चा-परिचर्चा की गई। संजय सुमति ने अपने मधुर वचनों से सभी गणमान्य अथितियों का स्वागत किया। नीतू निशा ने शिव कुमार यादव की कविता शाहाबाद का पाठ कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की एवं कार्यक्रम दो सत्र में संपन्न हुआ। मौके पर रविभूषण ने कहा कि आसनसोल-बर्नपुर की इस धरती पर श्रमिक शिव कुमार यादव ने श्रम और सर्जना को एकमेव करते हुए एक श्रमिक से सृजनकार तक की यात्रा तय की है। संजीव के बाद वे एकलौते कहानीकार हैं जिन्होंने श्रमिकों के दुख-सुख को आवाज दी है। वहीं सीजीएम आईसी (एचआर) उमेंद्र पाल सिंह ने कहा कि शिव कुमार यादव ने समाज के वंचितों को शिक्षा से जोड़कर उन्हें एक नयी दिशा देने का कार्य किया। सीजीएम टाउन विजेंद्र वीर ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे ही कर्मी शिव कुमार यादव ने अपने अथक परिश्रम और सतत प्रयास से शिल्पांचल के हिंदी साहित्य जगत को राष्ट्रीय स्तर पर एक अलग पहचान दी है। वहीं दिनेश कुमार ने कहा कि साहित्य और उद्योग एक दूसरे के पूरक हैं और दोनों का संयोग आज के इस समाज के विकास के लिए जरूरी है। इस मौके पर विजय भारती, हितेंद्र पटेल, रविभूषण, संजीव, प्रभानती देवी, पुष्पा बरनवाल, मनोज यादव, अरुण पाण्डे, निशांत, संजीव पाण्डे, सींटू भुईयां, ललिता महतो, केके श्रीवास्तव, विजय नारायण, नवीन चंद्र सिंह, मनोहर भाई पटेल, महाबीर राजी, दामोदर मिश्रा, जयराम पासवान सहित कई लोग उपस्थित थे।