ज्यादा मुनाफ देने का लालच देकर 2.53 करोड़ की हुई धोखाधड़ी

ज्यादा मुनाफ देने का लालच देकर 2.53 करोड़ की हुई धोखाधड़ी
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आसनसोल : साइबर अपराधी लोगों को बेवकूफ बनाकर अलग-अलग बहानों से रुपयों की ठगी करते आ रहे हैं। कुछ ऐसा ही एक और मामला आसनसोल साइबर पुलिस के सामने आया है। इस घटना में अपराधियों ने शेयर बाजार में निवेश कर ज्यादा मुनाफा दिलवाने के नाम पर लगभग 2.53 करोड़ रुपये की ठगी कर ली। जानकारी के अनुसार यह घटना दुर्गापुर निवासी अक्षय कुमार पाल के साथ घटी है।

कैसे घटी घटना

कुछ दिनों पहले अक्षय को 9901078042 नंबर से एक सामान्य कॉल आया, जिसमें उसने खुद को एक निवेश कंपनी का विशेषज्ञ बताते हुए अपना परिचय आराध्या मिश्रा के रूप में दिया। उसने अपने आप को सेबी द्वारा पंजीकृत और किसी भी प्रकार के उच्च लाभ वाले निवेश के लेन-देन करने के लिए अधिकृत बताया। उसने कंपनी के नाम पर "सेबी" से संबंधित दस्तावेजों का विवरण उनको भेजा। अक्षय ने उनकी बातों में आकर पहले 50 हजार रुपये का निवेश किया और अपनी सभी जरूरी दस्तावेजों को उनकी जरूरत के हिसाब से सबमिट किया। इसके बाद उन्होंने निकासी व्यवस्था के प्रति आश्वस्त होने के लिए उनके ग्राहक सेवा केंद्र से बात की। 100 रुपये की ट्रायल निकासी लागू करने पर ठगों ने तुरंत ही उस राशि को उनके पंजीकृत बैंक अकाउंट में जमा करवा दिया। इस रुपया के उनके बैंक अकाउंट में आ जाने से वे इस मुद्दे पर भी आश्वस्त हो गये और इस प्रकार वे एक बहुत बड़े जाल में फंस गये। 05 मई 2025 को, उन्हें "329 एससी लक्ष्मी बुल्स" नामक एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया, जिसे सेबी अधिकृत वित्तीय फर्म के प्रतिनिधि के रूप में पेश करने वाले व्यक्तियों द्वारा संचालित किया जाता था। मुख्य संपर्क व्यक्ति, आराध्या मिश्रा ( 9901078042), ने एक निवेश रणनीतिकार होने का दावा किया। उसने कथित सेबी पंजीकरण दस्तावेज दिए और उन्हें एक ऐप इंस्टॉल करने के लिए राजी किया। आईपीओ, ओटीसी और शेयर निवेश के माध्यम से उच्च-लाभ रिटर्न का वादा किया। उन्होंने 20 मई से 21 जून अर्थात एक माह में उन्होंने इस ऐप में 2.53 करोड़ रुपये निवेश कर दिया जहां उन्हें उनका पोर्टफोलियो 17.41 करोड़ रुपये वैल्यू का दिखने लगा। इस दौरान उसने 12 करोड़ रुपये निकालना चाहा तो उसे उसका खाता सत्यापित करने के लिए एक हजार रुपये जमा करना पड़ा। इसके बाद उसे सेवा शुल्क के रूप में कुल राशि की 10 प्रतिशत रुपये जमा करने को कहा गया। इस राशि को जमा करने को कहे जाने पर ही उसे ठगी का एहसास हुआ। इसके बाद उसने पुलिस में आकर ठगी किये जाने संबंधी शिकायत दर्ज करवायी। साइबर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है।

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