

दुर्गापुर : दुर्गापुर न्यू टाउनशिप थाना की पुलिस ने अनुमंडल अस्पताल में तोड़फोड़ करने के आरोप में चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर अनुमंडल अदालत में पेश किया। अदालत ने मामले की सुनवाई के बाद अभियुक्तों की जमानत को नामंजूर कर दिया। अभियुक्तों में दीपक लोहार, शुभंकर बनर्जी, राहुल दीगर और सुमित यादव शामिल हैं। अभियुक्तों के खिलाफ यू/एस 221/121(1)/324(4)/351(2)/3(5) बीएनएस 3 ऑफ पीडीपीपी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। रविवार की रात अनुमंडल अस्पताल में भारी हंगामा होने से चिकित्सकों, स्वास्थ्य कर्मियों एवं मरीजों में हड़कंप मच गया था। अस्पताल में स्थिति को नियंत्रित करने हेतु पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा था। दुर्गापुर अनुमंडल अस्पताल रविवार देर रात उस समय रणभूमि में तब्दील हो गया जब नशे में धुत करीब 16 युवकों के एक समूह ने जमकर तोड़फोड़ करने के साथ तांडव मचाया था। यह घटना अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में हुई थी, जहां युवकों ने बात नहीं मानने पर हंगामा किया था। अस्पताल के फैसिलिटी मैनेजर मोहन मुर्मू को भी चोटें लगी थीं। अस्पताल के निजी सुरक्षा कर्मियों पर भी हमला करने का प्रयास किया गया था, जिससे सरकारी अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। रविवार रात करीब 12:30 बजे युवकों का एक समूह अपने एक मरीज को लेकर अस्पताल पहुंचा था। उन्होंने मरीज को अन्य सभी मरीजों से पहले दिखाने की मांग की जबकि पहले से ही कई मरीज अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। इसके बाद युवक भड़क गए और गाली-गलौज करने लगे। वहीं देखते ही देखते अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में कांच का दरवाजा तोड़ दिया था। अस्पताल में हंगामा करने की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची थी और त्वरित कार्रवाई करते हुए आधा दर्जन युवकों को हिरासत में लिया था। अस्पताल में सुरक्षा की कमी से डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मी खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं। इस पूरी घटना के कारण अनुमंडल अस्पताल में देर रात तक तनाव का माहौल बना हुआ था।