

पांडवेश्वर : ईसीएल के सोनपुर बाजारी क्षेत्र के बाद अब झांझरा क्षेत्र के महाप्रबंधक पर पूर्व विधायक सह भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी ने निशाना साधा है। जितेंद्र तिवारी ने ईसीएल के सीएमडी को पत्र प्रेषित करते हुए सवाल उठाया कि झांझरा क्षेत्र के महाप्रबंधक ने रविवार रात दुर्गापुर स्थित तृणमूल कांग्रेस के जिला कार्यालय में जाकर विधायक नरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती से मुलाकात की। उन्होंने सवाल उठाया कि तृणमूल कांग्रेस कार्यालय कोई सरकारी कार्यालय नहीं है। किसी राजनीतिक दल के कार्यालय में महाप्रबंधक ने बैठक क्यों किया।
जमीन की समस्या से जूझ रहा है रेल कॉरिडोर का काम, समाधान के लिए चर्चा करने गए थे
झांझरा क्षेत्र के महाप्रबंधक आरसी महापात्रा ने सन्मार्ग से कहा कि कंपनी एवं झांझरा क्षेत्र के हितों को ध्यान में रखते हुए वह और क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक पी साहनी सिटिंग एमएलए नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती से मिलने गए थे। उन्होंने कहा कि झांझरा क्षेत्र 5 मिलियन टन वार्षिक उत्पादन क्षमता वाले प्रोजेक्ट बनने की दिशा में अग्रसर है। इसके लिए झांझरा-उखड़ा रेल कॉरिडोर तथा साइलो-सीएचपी का निर्माण कार्य प्रगति पर है। रेल कॉरिडोर को लेकर कुछेक जगहों पर जमीन की समस्या देखी जा रही है। बंकोला में रेल कॉरिडोर के लिए विधायक के पार्टी कार्यालय को भी शिफ्ट करना है। यूएफसी लैंड को लेकर भी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। जमीन से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए विधायक ने दुर्गापुर में बैठक का समय दिया जिस कारण उनलोगों ने दुर्गापुर जाकर विधायक संग बैठक की। बैठक सकारात्मक रही। विधायक ने समस्या के समाधान में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है। ऐसे में विधायक संग उनकी बैठक पर सवाल उठाया जाना गलत है।