
सालानपुर : ईसीएल के तकनीकी निदेशक संचालन नीलाद्री राय ने सालानपुर एरिया का दौरा किया। उनके आगमन पर क्षेत्रीय महाप्रबंधक वाईपीके सिंह ने उनका स्वागत किया। सालानपुर क्षेत्र के ईटापाड़ा तथा मोहनपुर खुली खदान का उन्होंने अवलोकन किया। मालूम हो कि मोहनपुर और इटापाड़ा खुली खदानों में जमीन की समस्या बनी हुई है। जमीन उपलब्ध नहीं होने के कारण उत्पादन प्रभावित हो रहा है। मोहनपुर खुली खदान सालानपुर एरिया की सबसे अधिक मुनाफा देने वाली खदान है, परंतु जमीन की समस्या के कारण आठ महीने बंद थी। प्रबंधन ने ठेकेदार से कहकर किसी तरह उसे चालू करवाया परंतु जितनी रनिंग में चलनी चाहिए, नहीं चल पा रही है। एक दिन खदान चालू रहती है तो पांच दिन बंद रहती है। इस स्थिति से उबरने के लिए तकनीकी निदेशक संचालन का दौरा करना पड़ा ताकि समस्या का हल निकल सके। नीलाद्री राय ने खदान का प्लान देखा। महाप्रबंधक (संचालन) दीप्तेन कुंडू ने इटापाड़ा माइन तथा इटापाड़ा एमडीओ ऑपरेटर, दोनों के अधिकारियों ने परिचालन दक्षता को अनुकूलित करने पर ध्यान केंद्रित किया। जारी किए गए प्रमुख निर्देशों में अतिरिक्त मशीनरी की तैनाती, जुलाई 2025 में एक नए क्रशर में परिचालन शुरू करने और कोयला तथा ओवरबर्डन उत्पादन में वृद्धि शामिल थी। नीलाद्री राय ने बंजिमिहारी साइडिंग में उच्च गुणवत्ता वाले कोयले की आपूर्ति सुनिश्चित करने पर जोर दिया। इसके अलावा उत्पादन लक्ष्यों की प्राप्ति को सुविधाजनक बनाने के लिए भूमि अधिग्रहण और आरएंडआर गतिविधियों में तेजी लाने के महत्व को रेखांकित किया। एक नई परिवहन सड़क पर काम शुरू करने को भी प्राथमिकता दी गई। उन्होंने मोहनपुर ओसीपी का दौरा किया। मोहनपुर ओसीपी के एजेंट, मोहनपुर के अधिकारियों और ठेकेदारों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की। अभिकर्ता ने कहा कि मोहनपुर की स्थिति में बहुत जल्द सुधर किया जाएगा। बिश्रमबुड़ी मंदिर को स्थानांतरण किया जा रहा है। मंदिर हटने पर काफी जमीन मिल जाएगी तो उत्पादन तेजी से होने लगेगा। डीबी रोड का स्थानांतरण करने और अतिरिक्त मशीनरी की तैनाती करने, विशेष रूप से ओवरबर्डन और कोयला हटाने के लिए शॉवेल शामिल करने पर भी चर्चा की गई। मोहनपुर ओसीपी में मानसून की तैयारियों और पंपिंग संचालन की स्थिति की भी समीक्षा की गई। उन्होंने सभी अधिकारियों को मानसून को देखते हुए अलर्ट रहने को कहा है।