डीवीसी बस्ती में पसरा सन्नाटा, सैकड़ों लोगों का उजड़ा आशियाना
दुर्गापुर : दुर्गापुर डीवीसी प्रशासन की कार्रवाई का असर हजारों लोगों पर पड़ा है। इस दौरान अपना आशियाना खोने वाले कई लोग खुले आसमान के नीचे समय गुजारने को मजबूर हैं। भीषण गर्मी में कई परिवार के लोग महिलाओं एवं बच्चों के साथ खुले आसमान के नीचे समय गुजार रहे हैं। उन लोगों के पास पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री एवं पेयजल सहित बिजली नहीं रहने से भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस कारण कई लोगों के साथ बच्चे भी अस्वस्थ हो गए हैं। दुर्गापुर डीवीसी डीटीपीएस प्रशासन की ओर से बस्ती इलाके में लगातार अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाया गया था। इलाके में बुलडोजर चलने के बाद कुछ दिल दहलाने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं। इस दौरान कई लोग खुले आसमान के नीचे समय गुजारने वाले लोगों की मदद कर रहे हैं।
पुनर्वास की मांग पर हुआ था आंदोलन
अतिक्रमण हटाओ से पहले पुनर्वास की मांग पर बस्ती के लोगों ने बार-बार आंदोलन किया था। डीवीसी की ओर से अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाया गया था। अतिक्रमण हटाओ अभियान का विरोध करने पर भूमि रक्षा कमेटी के अध्यक्ष अरिंदम नायक से मारपीट की गई थी। डीवीसी बस्ती में अतिक्रमण हटाओ अभियान को लेकर भारी हंगामा हुआ था। इसके बाद भूमि रक्षा कमेटी की नेत्री चुमकी के घर पर बुलडोजर चलाया गया था। इस कारण बस्ती के लोग डीवीसी प्रशासन पर बदले की कार्रवाई का आरोप लगा रहे हैं।
अतिक्रमण हटाओ से 5 हजार लोग हुए प्रभावित
दुर्गापुर डीवीसी डीटीपीएस बस्ती में अतिक्रमण हटाओ अभियान को लेकर भारी हंगामा हुआ था। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान दो पक्षों के बीच जमकर झड़प हुई थी। वहीं मामला शांत कराने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। एक पक्ष डीटीपीएस में नई यूनिट का समर्थन कर रहा है। वहीं दूसरा पक्ष बस्ती में अतिक्रमण हटाओ अभियान के खिलाफ आंदोलन कर रहा है। इस संदर्भ में स्थानीय लोगों ने बताया कि पुनर्वास की व्यवस्था से पहले अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। डीवीसी बस्ती में बुलडोजर चलने से लगभग 5 हजार लोग बेघर हुए हैं। इस दौरान दर्जनों लोग परिवार एवं सामान के साथ खुले आसमान के नीचे अपना समय गुजर रहे हैं। वहीं खुले आसमान के नीचे रहने से कई महिलाएं एवं बच्चे अस्वस्थ हो गए हैं। वहीं दर्जनों प्रभावित लोग किराए का मकान लेने में सक्षम नहीं है। डीवीसी बस्ती इलाके में रहने वाले अधिकांश लोग ठेका मजदूरी पर निर्भर हैं।
बुलडोजर चलने के बाद पसरा सन्नाटा
डीवीसी बस्ती में बुलडोजर चलने के बाद पूरा इलाका वीरान हो गया है। इलाके में घरों एवं लोगों को नहीं रहने से सन्नाटा पसरा हुआ है। इससे पहले खटाल पाड़ा में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया था। अभियान से हजारों लोगों पर गहरा प्रभाव पड़ा है। अभियान को लेकर तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न होने के बाद प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ हाथापाई हुई थी। दरअसल दामोदर वैली कॉरपोरेशन (डीवीसी) डीटीपीएस कारखाने के विस्तार के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रहा है। वहीं डीवीसी प्रशासन जेसीबी मशीनों के साथ जबरन कब्जाधारियों को हटाने में सफल हुआ है। इस दौरान भूमि रक्षा कमेटी के नेता अरिंदम नायक के नेतृत्व में लोगों ने हंगामा किया था। डीवीसी प्रशासन की ओर से बस्ती के लोगों को बार-बार अल्टीमेटम दिया गया था। इसके बाद अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाया गया था। अभियान के दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के साथ भी धक्का-मुक्की और हाथापाई की थी।
डीटीपीएस में 800 मेगावाट बिजली का होगा उत्पादन
दुर्गापुर डीवीसी डीटीपीएस में नई यूनिट का निर्माण किया जा रहा है। वहीं नई यूनिट के लिए आसपास जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की गई है। इस दौरान डीवीसी की ओर से लगातार अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। दूसरी तरफ बस्ती के लोग पुनर्वास की मांग पर हंगामा कर रहे थे। दुर्गापुर डीवीसी डीटीपीएस में 800 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाएगा। इससे पहले सरकारी जमीन पर रहने वाले लोगों को हटने का नोटिस दिया गया था। वहीं स्थानीय लोगों की मानें तो प्लांट के विकास में बस्ती के लोगों का पूरा समर्थन है। बावजूद इसके अतिक्रमण हटाओ से पहले पुनर्वास की मांग की गई थी। डीवीसी बस्ती में 50 साल से रहने वाले लोग परिवार समेत बेघर हो गए हैं। इस दौरान बस्ती के लोग अपने नए ठिकाने एवं आशियाने को लेकर काफी चिंतित हैं। दुर्गापुर डीवीसी में नई यूनिट के निर्माण से स्थानीय लोगों को रोजगार का मौका मिलेगा।

