

पांडवेश्वर : हरिपुर ग्राम पंचायत और ईसीएल (ECL) के केंदा क्षेत्र अंतर्गत छोरा 10 नंबर कोलियरी से सटे गायघाटा इलाके में पानी का गंभीर संकट गहरा गया है। भीषण ठंड के बावजूद बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे स्थानीय निवासियों ने कोलियरी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने प्रबंधन से नियमित जलापूर्ति की मांग की। जानकारी के अनुसार, गायघाटा इलाके में बीते कई महीनों से पीचई (PHE) पाइप लाइन से पानी की सप्लाई ठप पड़ी है। हालांकि, कोलियरी द्वारा घरेलू उपयोग के लिए पाइप लाइन बिछाई गई है, लेकिन बड़े पैमाने पर हुए अवैध कनेक्शन के कारण कोयला कामगारों के आवासों और स्थानीय बस्तियों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। स्थिति इतनी विकट है कि यहां के लोगों को दैनिक कार्यों के लिए भी पानी नसीब नहीं हो रहा। प्रदर्शन में शामिल सुरेश महतो, श्रीमती देवी ने बताया कि ईसीएल प्रबंधन फिलहाल प्रतिदिन केवल एक टैंकर पानी भेज रहा है, जो पूरी आबादी के लिए ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। उनलोगों ने अभिकर्ता से मांग की कि कम से कम दो टैंकर पानी प्रतिदिन उपलब्ध कराया जाए।
नहाने तक को पानी नहीं
स्थानीय निवासी भास्वा देवी ने अपना दुख साझा करते हुए कहा कि पीएचई और ईसीएल प्रबंधन की उदासीनता का खामियाजा हमें भुगतना पड़ रहा है। पानी के अभाव में कई दिनों से परिवार के लोग स्नान तक नहीं कर पाए हैं। हम इतने सक्षम नहीं हैं कि बाजार से पानी खरीद सकें।
प्रबंधन का आश्वासन
इस मुद्दे पर छोरा ग्रुप ऑफ माइंस के अभिकर्ता आनंद प्रकाश ने प्रदर्शनकारियों से वार्ता की। उन्होंने स्वीकार किया कि पाइप लाइन में अवैध छेड़छाड़ की वजह से सप्लाई प्रभावित हुई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि ग्रामीणों की मांग के अनुरूप अब से इलाके में नियमित रूप से दो टैंकर पानी की सप्लाई सुनिश्चित की जाएगी, ताकि लोगों को तात्कालिक राहत मिल सके।
समस्या का समाधान जल्द
PHE के पाइप लाइन से पानी सप्लाई ठप पड़े रहने के मुद्दे पर हरिपुर पंचायत के उप-प्रधान गोपीनाथ नाग ने कहा कि गायघाटा ही नहीं पुरे अंचल में PHE पाइप लाइन से पानी सप्लाई ठप पड़ा है। काम चल रहा है। आगामी 15 -20 दिनों के अंदर पानी सप्लाई शुरू होने की संभावना है।