लच्छीपुर दिशा एवं चभका रेड लाइट इलाके में दुर्बार समिति ने लगाया ग्राहकों के लिये सहायता केंद्र

दलालों की नकेल कसने के लिए उठाया गया विशेष कदम
लच्छीपुर दिशा एवं चभका रेड लाइट इलाके में दुर्बार समिति ने लगाया ग्राहकों के लिये सहायता केंद्र
Published on

कुल्टी : कोलकाता के बाद बंगाल में सबसे बड़ा रेड लाइट इलाका आसनसोल के कुल्टी थाना क्षेत्र के लच्छीपुर में है जहां बीते कई महीनों से दलालों द्वारा ग्राहकों से छिनतई करने की घटना हो रही है। इस पर रोक लगाने को लेकर दुर्बार महिला समन्वय समिति की ओर से बैठक कर ग्राहकों के लिये सहायता केंद्र व हेल्प डेस्क लगाने का निर्णय लिया गया। समिति की ओर से लच्छीपुर गेट के समीप दिशा एवं चभका रेड लाइट इलाके में सहायता केंद्र खोल दिया गया। दुर्बार महिला समन्वय समिति के सचिव रवि घोष ने बताया कि दलालों के आतंक से ग्राहकों को बचाने के लिये दोनों रेड लाइट इलाके में सहायता केंद्र स्थापित किया गया। उन्होंने बताया कि अब इस रेड लाइट इलाके में आने वाले व्यक्ति को सहायता केंद्र में अपना परिचय एवं प्रवेश का समय के अलावा इलाके से बाहर जाने का समय अंकित करना होगा। उन्होंने कहा कि मनोरंजन के लिये आने वाले ग्राहकों को जिस दुकान में जाना होगा, उस दुकान के मालिक का नाम भी दर्ज करना होगा। किसी भी दुकान में ग्राहक को 10 हजार रुपये से अधिक बिल नहीं देना होगा। रवि घोष ने बताया कि दलालों के आतंक के कारण ग्राहकों के अलावा यौन कर्मियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता था। यही कारण है कि दुर्बार महिला समन्वय समिति की ओर से रेड लाइट इलाके में आने के सहायता केंद्र स्थापित किया गया। इसके बावजूद ग्राहकों के साथ किसी ने दुर्व्यवहार किया गया तो इसके खिलाफ कानूनी कारवाई की जायेगी।

ग्राहकों एवं यौन कर्मियों को राहत मिलने की संभावना

उल्लेखनीय है कि लच्छीपुर रेड लाइट इलाके में दलालों के द्वारा प्रतिदिन ग्राहकों से मारपीट कर छिनतई करने की घटना होती थी। पुलिस की ओर से कार्रवाई होने के बावजूद इस इलाके में बदस्तूर छिनतई की घटना होते रहती थी। जानकारी के मुताबिक कुल्टी थाना क्षेत्र के नियामतपुर फांड़ी अंतर्गत लच्छीपुर में दिशा एवं चभका रेड लाइट इलाका स्थित है जहां लगभग एक हजार से अधिक यौन कर्मी अपना जीविकोपार्जन करती हैं। इस इलाके में बंगाल, झारखंड एवं बिहार के विभिन्न जिलों से सैकड़ों की संख्या में ग्राहक मनोरंजन करने आते हैं। इस इलाके में लगभग एक सौ से अधिक दुकानें हैं जहां नृत्य, गीत के अलावा देह व्यापार का धंधा चलता है। इस इलाके में स्थानीय दलालों का वर्चस्व है। वह पहले ग्राहकों को अपने जान में फंसाते हैं। इसके बाद जानकार दुकानदार के पास ले जाते हैं। वहीं देर रात दलालों की ओर से ग्राहकों को एक लाख से दो लाख रुपये तक बिल थमा दिया जाता है। ग्राहकों के पास नकद पैसा नहीं होने पर दलालों द्वारा ग्राहकों की बुरी तरह पिटाई की जाती थी। बाद में उसके एटीएम एवं ऑनलाइन के माध्यम से सभी पैसे निकाल लिये जाते थे। इस तरह की घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस दलालों को गिरफ्तार करती, कुछ पैसे भी बरामद करती लेकिन जमानत पर रिहा होने के बाद दलालों का वर्चस्व जारी रहता। नियामतपुर पुलिस की ओर से लच्छीपुर रेड लाइट इलाके में पुलिस कैम्प लगाकर दो जवान तैनात किये गये हैं। दलालों के वर्चस्व के कारण इस इलाके के यौन कर्मियों को भी उनका पैसा नहीं मिलता था। इसे लेकर दुर्बार महिला समिति की ओर से सहायता केंद्र स्थापित करने से ग्राहकों एवं यौन कर्मियों दोनों को राहत मिलने की संभावना है। 

संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in