आंगनबाड़ी केंद्रों में अब रसोई गैस पर ही खाना बनाना किया गया अनिवार्य

आंगनबाड़ी केंद्रों में अब रसोई गैस पर ही खाना बनाना किया गया अनिवार्य
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जिले के 2 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों में होगी फायर सुरक्षा की व्यवस्था

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सतीश, सन्मार्ग संवाददाता

आसनसोल : पश्चिम बर्दवान जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों में लकड़ी और कोयले पर नहीं, अब रसोई गैस पर खाना बनाने की व्यवस्था पर जोर दिया जा रहा है। जिले में इसकी शुरुआत हो चुकी है। इसी मुद्दे पर गुरुवार को जिला प्रशासनिक कार्यालय के सभागार में जिलाधिकारी एस पोन्नमबलम की अध्यक्षता में डिस्ट्रिक्ट न्यूट्रेशन कमेटी की महत्वपूर्ण बैठक की गई। जिलाधिकारी एस पोन्नमबलम ने कहा कि जिले में सरकारी आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या 1500 से 2000 है। इन केंद्रों में अब महिलाओं को लकड़ी और कोयले पर खाना नहीं बनाना पड़ेगा। इससे वायु प्रदूषण होता है। होम एंड चाइल्ड विभाग द्वारा सभी सरकारी आंगनबाड़ी केंद्रों में रसोई गैस सिलिंडर की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि गैस की व्यवस्था के पहले केंद्रों में कानूनी स्तर पर फायर सुरक्षा की व्यवस्था करना जरूरी होती है। इसके बाद निजी घरों में संचालित होने वाली आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए गैस की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण कर जहां -जहां मरम्मत, पानी व अन्य चीजों की कमी है, उसे पूरा किया जाएगा। जिलाधिकारी एस पोन्नमबलम ने अधिकारियों को सभी केंद्रों में जाकर जांच करने का निर्देश दिया कि वहां बच्चों को पौष्टिक आहार दिया जा रहा है कि नहीं। केंद्रों में बुनियादी सुविधाओं का अभाव होने पर अविलंब उसे पूरा करना है। मौके पर अतिरिक्त जिलाधिकारी (शिक्षा व विकास) कौशिक सिन्हा, सीएमओएच डॉ. एसके एमडी युनूस सहित जिले के व्यापक संख्या में आईसीडीएस विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

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