
बर्नपुर : पश्चिम बर्दवान जिला युवा कांग्रेस की ओर से सेल आईएसपी में स्थानीय युवाओं को रोजगार देने की मांग को लेकर हल्ला बोल रैली निकालकर सेल आईएसपी के ईडीएचआर को ज्ञापन सौंपा गया। गौरतलब है कि स्थानीय बेरोजगार युवकों के लिए रोजगार की मांग को लेकर हल्ला बोल रैली बर्नपुर पेट्रोल पंप से शुरू होकर टनल गेट तक गयी। मौके पर मौजूद पश्चिम बर्दवान जिला युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रवि यादव ने कहा कि बर्नपुर कारखाना जो बंद होने के कगार पर था, इसने 2008 के बाद जो रफ्तार पकड़ी है, उस कारखाने को आगे बढ़ाने में देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का बहुत बड़ा हाथ है। साथ ही उन्होंने कहा कि लगभग 35,000 करोड़ के बड़े निवेश की हाल ही में हुई घोषणा ने इस क्षेत्र के लोगों में न केवल बर्नपुर में बल्कि आसपास के शहरों में आसनसोल, कुल्टी, बाराबनी, रानीगंज और जामुड़िया के युवा बेरोजगार युवाओं में आशा और उत्साह पैदा किया है। उनकी एक ही मांग है कि यहां दलाली नहीं चलेगी और लाखों रुपये लेकर नौकरियां बांटने नहीं दिया जायेगा। उनकी मांग है कि स्थानीय और आसपास के शहरों के बेरोजगार युवाओं को पहले नौकरी दी जाये। वहीं पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव प्रसेनजीत पुइतंडी ने कहा कि मनमोहन सिंह की कृपा से इस कारखाने को पुनर्जीवित किया गया। उनकी एक ही मांग है कि आसनसोल के बेरोजगारों को पहले नौकरी दी जाये। इस मौके पर प्रदेश युवा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष काशीव रियाज, अरगो गोन, प्रदेश छात्र परिषद की अध्यक्ष प्रिंयका चौधरी, प्रदेश कांग्रेस नेता अजमल खान, प्रदेश युवा कांग्रेस का कोषाध्यक्ष जरियातुल्ल हुसैन, आसनसोल दक्षिण ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष शाह आलम खान, उत्तर ब्लॉक अध्यक्ष एसएम मुस्तफा, राजेश दत्ता, कंचन डे, फिरोज खान, विश्वनाथ यादव, राहुल रंजन, चंडी बनर्जी, शांति गोपाल साधु, काजल दत्ता एवं काफी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे।
कांग्रेस की हल्ला बोल रैली पर तृणमूल ने किया कटाक्ष
स्थानीय बेरोजगार युवाओं को सेल आईएसपी में नौकरी दिलाने को लेकर कांग्रेस द्वारा निकाली गई हल्ला बोल रैली पर तृणमूल कांग्रेस की राज्य कार्यकारिणी समिति के सदस्य एवं वार्ड पार्षद अशोक रूद्र ने कटाक्ष करते हुये कहा कि उनकी द्वारा उठायी गयी आवाज को अब कांग्रेस अपना बना मुद्दा बना रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि जिस दलाल की बात की गई, उन्होंने अपने श्रमिक संगठन के बारे में ही बोला है पर खुल कर कुछ नहीं बोल पा रहे हैं कारण उनका अपना श्रमिक संगठन है। साथ ही अशोक रूद्र ने कहा कि स्थानीय बेरोजगार युवाओं के लिए सबसे पहले उनलोगों ने आवाज उठाई थी और आज करीब 30 पार्षद इस मुद्दे में शामिल हुए हैं। वहीं अब देखा जा रहा है कि सभी लोग इस मुद्दे पर को लेकर अपना-अपना राग अलाप रहे हैं।