प्राइवेट अस्पताल में महिला मरीज की मौत के बाद हंगामा

परिजनों ने एनएच-14 जाम कर किया प्रदर्शन
प्राइवेट अस्पताल में महिला मरीज की मौत के बाद हंगामा
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पांडवेश्वर : पांडवेश्वर थाना अंतर्गत हरिपुर स्थित एक मल्टी सुपर स्पेश्यलिटी अस्पताल में शनिवार को एक महिला मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए एनएच-14 (राष्ट्रीय राजमार्ग) को जाम कर दिया, जिससे काफी देर तक यातायात बाधित रहा। सूचना मिलते ही पांडवेश्वर थाने की विशाल पुलिस वाहिनी मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया।

क्या है पूरा मामला

मृतका का नाम शम्पा रुईदास है। वह बीरभूम जिले के भीमगढ़ की रहने वाली थी। परिजनों के अनुसार, करीब 18-20 दिन पहले घर में काम करने के दौरान चूल्हे की आग से शम्पा झुलस गई थी। गंभीर हालत में उसे पहले सिउड़ी स्थित एक अस्पताल और फिर बर्द्धमान मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ले जाया गया। वहां कुछ दिन इलाज के बाद स्थिति में सुधार होने पर उसे डिस्चार्ज कर दिया गया था। डॉक्टरों ने उसे नियमित ड्रेसिंग और प्राथमिक उपचार जारी रखने की सलाह दी थी। परिजनों का दावा है कि शम्पा को नियमित ड्रेसिंग और आगे के इलाज के लिए पिछले दिनों हरिपुर के इस निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि अस्पताल प्रबंधन ने इलाज में भारी लापरवाही बरती। सही समय पर उचित उपचार नहीं मिलने के कारण शम्पा की मृत्यु हुई। मृतका की डेढ़ साल की बच्ची है, जिसके भविष्य को लेकर वे लोग चिंतित हैं।

पुलिस की कार्रवाई और अस्पताल का पक्ष

हंगामे और सड़क जाम की खबर मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को समझाया और आश्वासन देकर जाम खुलवाया। इसके बाद पुलिस की मौजूदगी में अस्पताल अधिकारियों और रोगी के परिजनों के बीच एक लंबी बैठक हुई। दूसरी ओर, अस्पताल के एडमिनिस्ट्रेटिव विभाग की मौमिता अधिकारी ने लापरवाही के आरोपों को खारिज करते कहा कि मरीज की हालत पहले से खराब थी। गंभीर हालत में उन्हें यहां भर्ती कराया गया था। उनके अस्पताल में मरीज के इलाज के दौरान कोई लापरवाही नहीं बरती गई है। उन्होंने कहा कि यदि परिजनों को लगता है कि इलाज में कोई त्रुटि हुई है, तो वे प्रशासन और कानूनी रास्ता अपना सकते हैं। अस्पताल प्रबंधन जांच में पूर्ण सहयोग करेगा।

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