

दुर्गापुर : भीषण गर्मी ने जहां आम लोगों को बेहाल कर रखा है, वहीं जंगल के बेजुबान प्राणी भी तपती गर्मी से परेशान हैं। इस दौरान तपती धूप का प्रभाव इंसानों के साथ जंगली जानवरों पर भी पड़ रहा है। वहीं कांकसा देओल पार्क के संरक्षित वन क्षेत्र में कुछ अलग दृश्य सामने आया है। यहां के हिरण, मोर, नीलगाय, हायना, भेड़िया और सैकड़ों प्रजातियों के पक्षी गर्मी के बावजूद पूरी तरह स्वस्थ हैं। इसकी महत्वपूर्ण वजह वन विभाग की एक खास पहल जिसे ओआरएस मैजिक कहा जा सकता है। इस दौरान शिल्पांचल में तापमान 40 डिग्री के आसपास है। इस कारण लोगों को सुबह 10 के बाद घर से निकलना मुश्किल हो रहा है।
जंगल में राहत का माहौल
कांकसा के देओल इलाके के संरक्षित जंगल में करीब 100 हिरण, सैकड़ों मोर, हायना, भारतीय भेड़िया, नीलगाय, सियार और कई अन्य जानवर हैं। इतनी भीषण गर्मी के बावजूद वन प्राणी स्वस्थ और सक्रिय बने हुए हैं। वन विभाग द्वारा जंगली जानवरों पर विशेष ध्यान दिया गया है। इस दौरान जंगल में जानवरों के लिए जरूरी सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
जंगली जानवरों के लिए ओआरएस की व्यवस्था
दुर्गापुर वन विभाग शिवपुर बीट के वन कर्मी इस भीषण गर्मी में लगातार विशेष निगरानी कर रहे हैं। वहीं जंगल के भीतर जानवरों को ओआरएस मिलाकर पानी दिया जा रहा है। इसके अलावा जंगली जानवरों को कच्ची हरी सब्जियां भी दी जा रही हैं ताकि जानवरों को पर्याप्त पोषण मिल सके। वन विभाग के जलाशयों में पंप चलाकर जल की आपूर्ति भी सुनिश्चित की गई है। इसके अलावा जंगली जानवरों को गर्मी से बचाने के लिए जरूरी सभी उपाय किए गए हैं।
वन अधिकारी दीप दत्ता का बयान
वन क्षेत्र की देखरेख कर रहे अधिकारी दीप दत्ता ने बताया कि वन विभाग के निर्देश पर नियमित रूप से ओआरएस मिश्रित पानी जानवरों को दिया जा रहा है। वहीं कुछ दिनों से ताजी हरी सब्जियां भी दी जा रही हैं। इस दौरान मेडिकल टीम के सदस्य जंगल का दौरा कर रहे हैं ताकि कोई हिरण या मोर बीमार हो तो समय पर उसका इलाज हो सके। वहीं वन विभाग की सतर्कता और सेवा भाव के कारण जंगल के जानवर भीषण परिस्थितियों में भी पूरी तरह स्वस्थ हैं। स्थानीय पर्यावरण प्रेमियों और पशु प्रेमियों ने वन विभाग की इस पहल की जमकर सराहना की है।