

दुर्गापुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 18 जुलाई को नेहरू स्टेडियम में होने वाली जनसभा से पहले तृणमूल कांग्रेस के सांसद कीर्ति आजाद ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री पर जोरदार हमला बोला है। प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से उन्होंने पश्चिम बंगाल विशेषकर बर्दवान-दुर्गापुर क्षेत्र की उपेक्षा को लेकर कई तीखे सवाल उठाए और ठोस मांगें भी रखीं।
बंगाल को उपदेश नहीं, हक चाहिए
सांसद ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री जब भी बंगाल आते हैं, वे फूट और नफरत फैलाने की भावना लेकर आते हैं। उन्होंने कहा कि बंगाल को दंगों की नहीं न्याय और विकास की जरूरत है। यह दान नहीं बल्कि यह हमारा अधिकार है।
सांसद कीर्ति आजाद की प्रमुख मांगें
दुर्गापुर में एमएएमसी, बीओजीएल और हिंदुस्तान फर्टिलाइजर कॉरपोरेशन लिमिटेड जैसे बंद पड़े कारखानों को फिर से शुरू करने से क्षेत्र में रोजगार बढ़ सकते हैं। दुर्गापुर स्टील प्लांट और मिश्र धातु इस्पात संयंत्र के आधुनिकीकरण के लिए केंद्र की ठोस प्रतिबद्धता की जरूरत पर जोर देना होगा। पश्चिम बंगाल में 2.1 लाख करोड़ का जीएसटी बकाया और अन्य योजनाओं की राशि अब तक रोकी गई है। सांसद ने इसे बिना शर्त जारी करने की मांग की है। एनएच- 19 की सर्विस रोड और डीवीसी मोड़ ओवरब्रिज की खस्ताहाल स्थिति पर चिंता जताते हुए जल्द मरम्मत की मांग है। क्षेत्र के शिक्षित और कुशल युवाओं के लिए वास्तविक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना होगा ताकि बेरोजगारी की समस्या का समाधान हो सके। सांसद कीर्ति आजाद ने कहा कि बंगाल में उपदेश देने मत आइए। हमें जो पैसा देना है, उसे लेकर आइए। विकास के बारे में झूठ बोलना बंद कीजिए, क्योंकि बंगाल सच्चाई जानता है। उन्होंने प्रधानमंत्री की सभाओं को खोखले भाषणों का मंच बताया और कहा कि बंगाल अब सिर्फ भाषणों से नहीं व्यवहारिक विकास से ही संतुष्ट होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा से एक दिन पहले ही तृणमूल कांग्रेस की यह सख्त प्रतिक्रिया पश्चिम बंगाल की राजनीति में गर्मी ला रही है। देखना यह होगा कि प्रधानमंत्री सभा में क्या प्रतिक्रिया देते हैं।