

सांकतोड़िया : सोदपुर एरिया की बंद पड़ी कोलियरी इन दिनों लोहा चोरों का चारागाह बन गयी है। शाम ढलते ही यहां गैस कटर से जर्जर वाहन को काटने चोर आ धमकते हैं। स्क्रेप लोहा को काटना शुरू कर दिया जाता है। कटे स्क्रैप लोहा को वाहन में लोडकर कुल्टी स्थित लोहा गोदाम में रातों रात खपा दिया जा रहा है। यहां प्रतिदिन लाखों रुपये के लोहे की चोरी डंके की चोट पर की जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि चोरी की घटना की जानकारी के अनुसार बंद पड़ी कोलियरी की संपत्ति की सुरक्षा ईसीएल के सुरक्षा गार्ड के भरोसे है। वहां सीआईएसएफ जवानों की तैनाती नहीं की गई है। ईसीएल सुरक्षा गार्ड चोरी रोक पाने में सफल नहीं हो पा रहे हैं जिस कारण लोहा चोरी रुकने का नाम नहीं ले रही है। बताते हैं कि यहां ईसीएल की कोलियरी थी जो वर्षों से बंद पड़ी है। दर्जनों वाहन कोलियरी परिसर में खड़े हैं। प्रबंधन ने यहां खराब पड़ी बड़ी-बड़ी भारी कई मशीनें व वाहनों को यूं ही छोड़ दिया है। इस कारण यहां लोहा चोरी हो रही है। पहले तो चोर चोरी-छिपे लोहा चोरी करते थे। इन दिनों चोरों का मनोबल इतना बढ़ गया है कि शाम ढलते ही गैस कटर लगाकर लोहा काट रहे हैं। बताते हैं कि पास में ही चिनाकुड़ी एक और तीन नंबर कोलियरी है। चिनाकुड़ी खदान संख्या एक लगभग 17 वर्षों से बंद पड़ी है जबकि तीन नंबर खदान को पिछले महीने बंद कर दिया गया है। जानकारों का कहना है कि बंद पड़ी खदान को प्रबंधन ने रेवेन्यू शेयरिंग मोड में चलाने के लिए निजी कंपनी को दिया है परंतु अभी तक निजी कंपनी ने ईसीएल से चार्ज नहीं लिया है। सूत्रों के अनुसार प्रबंधन ने जैसे ही ईसीएल कर्मियों को दूसरी जगह शिफ्ट किया, वैसे ही लोहा चोर कोलियरी परिसर में आ धमके और दिन दहाड़े लौह सामग्री उठाकर चलते बने। ईसीएल के सुरक्षा गार्ड मूकदर्शक बने देखते रहे। यहां के कुछ कर्मियों की मिलीभगत से ही रात में वाहनों में चोरी का लोहा लोड किया जाता है। यहां लोहा चोरी को लेकर दो गुटों में तनाव भी है। इससे यहां कभी भी दोनों गुटों में खूनी टकराव हो सकता है। पुलिस ने यदि समय रहते चोरों की नकेल नहीं कसी तो कभी भी कोई बड़ी घटना घट सकती है।