हटन रोड अतिक्रमण हटाओ अभियान से पीछे हटने पर आसनसोल नगर निगम की हो रही किरकिरी

माइकिंग करता निगम की गाड़ी (फाइल फोटो)
माइकिंग करता निगम की गाड़ी (फाइल फोटो)
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आसनसोल : आसनसोल शहर की मुख्य सड़कों में एक है हटन रोड। इस रोड पर हमेशा लोगों को जाम का सामना करना पड़ता है। ऐसा इसलिए होता है कि यहां सड़क के किनारे अवैध रूप से कब्जा कर दुकानें बना ली गयी हैं। लोगों की परेशानी को देखते हुए निगम ने इस रोड से अवैध कब्जा हटाने का अभियान प्रारंभ करने का निर्णय ले लिया गया था। सभी तैयारियां होने के बावजूद अचानक उसे बंद कर दिया गया। इस अभियान को जिस रूप में मेयर बिधान उपाध्याय करना चाह रहे थे, वह सही दिशा में जा रहा था। इस अभियान को चलाने से पहले मेयर बिधान उपाध्याय ने अवैध कब्जा कर दुकान चलाने वाले सभी दुकानदारों से हाथ जोड़ कर स्वत: अवैध कब्जा खाली करने का निवेदन किया था। लोग खाली भी कर रहे थे पर अचानक से हो गया खेला और निगम की प्रतिष्ठा ही दांव पर लग गयी। लोगों का आरोप है कि अदृश्य कारणों से निगम ने इस अभियान को रोक दिया। लोगों का कहना है कि इस अभियान को रोकने तक तो सही था पर बाद में माइकिंग कर के भी लोगों को निगम द्वारा बताया जाना कि इस अभियान को अभी स्थगित किया गया है, यह उचित नहीं था।

दूसरे स्थानों पर फुटपाथ पर दुकान लगाने वालों पर निगम कैसे करेगा कार्रवायी

लोगों के बीच अब यह चर्चा होने लगी है कि जिसे दुकान बनाना है, वह कहीं भी सड़क किनारे खाली जगह देख वहां दुकान बनाकर व्यवसाय कर सकता है ! हटन रोड पर अवैध कब्जा कर व्यवसाय करने वालों पर जब कार्रवायी नहीं गई तो फिर दूसरे स्थानों पर निगम कैसे कार्रवायी कर सकता है। एक निगम क्षेत्र में दो तरह का कानून कैसे चलेगा। इस घटना से निगम के अधिकारी भी दुविधा में हैं। अब वे क्या करेंगे। दूसरे स्थानों पर जब वे अवैध कब्जा के खिलाफ अभियान चलाने जायेंगे तो वहां इस सवाल का जवाब उन्हें देना होगा। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि निगम के लिए यह एक अराजक स्थिति उत्पन्न करने वाली घटना साबित होने वाली है।

कंस्ट्रक्शन व्यवसाय से जुड़े लोग भी उठाने लगे सवाल

कंस्ट्रक्शन व्यवसाय से जुड़े लोग हटन रोड की घटना के बाद सवाल उठाने लगे हैं कि जब अवैध कब्जा कर दुकान चलाने वालों पर कोई कार्रवायी नहीं की गई तो फिर बिल्डिंग बनाने वालों पर कार्रवायी एवं जुर्माना क्यों ? बता दें कि बिल्डिंग बनाने के दौरान नियम से बाहर जाने पर उसे डिवियेशन बता निगम द्वारा भारी भरकम जुर्माना लगाया जाता है। कंस्ट्रक्शन व्यवसाय से जुड़े लोगों का कहना है कि उन पर भी निगम रहम करे और कोई कार्रवायी न करे, ताकि वे भी कुछ रोजगार कर सकें। हालांकि इस मुद्दे पर निगम का कोई भी पदाधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। सभी ने चुप्पी साध ली है।

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