ड्यूटी के दौरान ईसीएल इलेक्ट्रिकल हेल्पर से मारपीट का आरोप

पांच लोगों के विरुद्ध पुलिस में मामला दर्ज
ड्यूटी के दौरान ईसीएल इलेक्ट्रिकल हेल्पर से मारपीट का आरोप
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सांकतोड़िया : सोदपुर एरिया के शीतलपुर थ्री ए पीट कोलियरी परिसर में घुसकर ईसीएल कर्मी से मारपीट किए जाने के मामले में कोलियरी प्रबंधक ने पांच लोगों के विरुद्ध सांकतोड़िया फांड़ी में मामला दर्ज करवाया है। शान महमूद (इलेक्ट्रिकल हेल्पर) ने कहा कि शीतलपुर थ्री ए पीट कोलियरी में द्वितीय पाली में ड्यूटी पर था, इस बीच रात 8.30 बजे 30-40 की संख्या में लोग कोलियरी परिसर में घुस आए और बिजली लाइन मरम्मत करने को कहा। इस पर उसने कहा कि प्रबंधन ने साफ मना किया है कि जहां पर अवैध रूप से कंपनी की लाइन ली गई है, वहां खराब होने पर मरम्मत नहीं की जायेगी। इसलिए वह नहीं जा सकता। इस पर वे लोग गुस्से से भड़क गए और उसके साथ मारपीट करने लगे। उसे घसीटकर कोलियरी परिसर से बाहर ले जाने लगे। इस पर सुरक्षा गार्ड ने विरोध किया तो उसके साथ भी धक्का-मुक्की करने लगे। उसने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई और इसकी सूचना कोलियरी प्रबंधक को दी। सूचना पाकर प्रबंधक ने कई सुरक्षा गार्डों को भेजा, इसके बाद वे सभी भाग निकले। इस घटना में बिरजू पासवान, शुभम पासवान, विकास पासवान, लक्की पासवान, जिम्मी पासवान सहित कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है।

क्या कहना ईसीएल प्रबंधन का

ईसीएल प्रबंधन का कहना है कि शीतलपुर तीन नंबर गेट के समक्ष अधिकांश लोग अवैध रूप से कंपनी के आवास में रह रहे हैं और कंपनी के ही बिजली-पानी का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी लोगों ने दो-दो कनेक्शन लिया हुआ है। एक ईसीएल का है और दूसरा वेस्ट बंगाल का है। उन्होंने कहा कि बिना एनओसी के कंपनी के आवास में सरकारी बिजली नहीं दी जा सकती है परंतु किस आधार पर दिया गया, यह उन्हें मालूम नहीं है। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह पहले लाइन खराब हुई थी। लाइन बनाने के लिए खंभे पर चढ़कर काम कर रहा था, इसी बीच करंट लगने से बिजली मिस्त्री पोल पर से गिरकर घायल हो गया। उन्होंने कहा कि दो लाइन लेने के चक्कर में किसी की जान चला जाएगी, इसलिए साफ निर्देश दिया गया है कि लाइन खराब होने पर कोई भी ईसीएल कर्मी काम नहीं करेगा। वे लोग बाहर मिस्त्री को बुलाकर काम कराएंगे तो मना भी नहीं कर सकते हैं।

काम करने में डर रहे ईसीएल कर्मी

ईसीएल कर्मियों का कहना है कि यह कोलियरी वर्षों से बंद है। यहां सिर्फ बिजली-पानी की सप्लाई होती है। इसलिए यहां बिजली मिस्त्री, पम्प ऑपरेटर एवं एक सुरक्षा गार्ड की ड्यूटी रहती है। उन्होंने कहा कि कोई भी समस्या होने पर शीतलपुर तीन नंबर गेट से काफी संख्या में लोग आ धमकते हैं और काम करने का दबाव बनाते हैं। वहीं करने से इनकार करने पर मारपीट की जाती है। उन्होंने कहा कि वैसे भी कोलियरी बंद ही है। इसलिए यहां सब कुछ बंद कर देना चाहिए।


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