23 मई को होने वाले यूनियन चुनावों को लेकर कोर्ट के आदेश पर सभी की है नजर
बर्नपुर : बर्नपुर स्थित सेल आईएसपी के होने वाले यूनियन चुनाव को लेकर प्रचार- प्रसार जोरों से चल रहा है। वहीं देखा जा रहा है कि दो यूनियन चुनाव को लेकर शांत बैठे हुए हैं। गौरतलब है कि कोलकाता उच्च न्यायालय के 25 फरवरी 2025 के आदेश के अनुपालन में मुख्य श्रम आयुक्त (केंद्रीय) नई दिल्ली द्वारा नियुक्त रिटर्निंग ऑफिसर आसनसोल ने 28 अप्रैल को 7 यूनियनों के प्रतिनिधियों और प्रबंधन के साथ बैठक के बाद यह निर्णय लिया कि मतदान 23 मई 2025 को सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक होगा और उसी दिन शाम 6 बजे के बाद चुनाव परिणाम आ जायेगा। साथ ही नामांकन प्रक्रिया 7 से 8 मई 2025 तक चलेगी। नामांकन प्रक्रिया में आसनसोल, बर्नपुर, कुल्टी मेटल एंड इंजीनियरिंग वर्कर्स (सीटू), आसनसोल आयरन एंड स्टील वर्कर्स यूनियन (इंटक), बर्नपुर इस्पात कर्मचारी संघ (बीएमएस), इस्को (बर्नपुर वर्क्स) मजदूर यूनियन एवं इंडियन आयरन एंड स्टील कंपनी इंप्लाइज यूनियन (एआईयूटीयूसी) ने नामांकन कर दिया है। वहीं देखा जा रहा है कि यूनाईटेड आयरन एंड स्टील वर्कर्स यूनियन (एआईटीयूसी) एवं आयरन स्टील एंड इंजीनियरिंग वर्कर्स यूनियन (एचएमएस) ने 23 मई को होने वाले चुनाव को लेकर नामांकन दाखिल नहीं किया है। ऐसे में अब कर्मचारियों के बीच सवाल उठने लगा है कि क्या एआईटीयूसी और एचएमएस युनियन चुनाव से बाहर हैं। साथ ही सभी युनियनों की नजर हाईकोर्ट के आदेश पर है जो कभी भी जारी हो सकता है।
क्या कहना है एआईटीयूसी और एचएमएस के पदाधिकारियों का
यूनाईटेड आयरन एंड स्टील वर्कर्स यूनियन (एआईटीयूसी) के महासचिव उत्पल कुमार सिन्हा ने कहा कि नामांकन के दिन ही हाईकोर्ट के केस का ऑर्डर था और 28 अप्रैल को होने वाली बैठक में 20 मई को अखिल भारतीय हड़ताल के बाद ही चुनाव को लेकर बैठक करने की बात कही गई थी। वहीं अचानक देखा गया कि 28 अप्रैल को ही सूचना रिलीज कर दी गई कि 23 मई को चुनाव होने वाला है। साथ ही उन्होंने कहा कि वे हाईकोर्ट के ऑर्डर का इंतजार कर रहे हैं कि इसके बाद ही चुनाव को लेकर सही जानकारी मिल पाएगी। आयरन स्टील एंड इंजीनियरिंग वर्कर्स यूनियन (एचएमएस) के महासचिव मुमताज अहमद ने कहा कि नांमाकन के दिन वह कोलकाता में थे कारण हाईकोर्ट के केस का ऑर्डर था और 28 अप्रैल की बैठक में रिटर्निंग ऑफिसर को 20 मई की हड़ताल के बारे में बताया गया था। बैठक में कहा गया था कि अखिल भारतीय हड़ताल के बाद चुनाव को लेकर समय मांगा गया था, पर अचानक 23 मई को चुनाव की घोषणा कर दी गई। वहीं अब हाईकोर्ट के ऑर्डर का सभी को इंतजार है कि क्या फैसला आयेगा।

