30 साल बाद हुई मां काली मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा

महिलाओं के अथक प्रयास एवं उत्साह से मां काली मंदिर का हुआ है निर्माण
30 साल बाद हुई मां काली मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा
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रानीगंज : कालीपूजा और दीपावली को लेकर रानीगंज, आसनसोल, दुर्गापुर शिल्पांचल वासियों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। रानीगंज शहर के 34 नंबर वार्ड अधीन रामबगान टावर कॉलोनी में मां काली मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा उत्सव मनाया गया। मां काली मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का शुभारंभ महिलाओं द्वारा कलश यात्रा निकालकर की गयी। स्थानीय पंडित पोखर से जल संग्रह कर प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूजा-अर्चना आरंभ की गयी। प्राण प्रतिष्ठा पूजा-अर्चना के पूर्व मंदिर का उद्घाटन संयुक्त रूप से किया गया। इस दिन रानीगंज के प्रतिष्ठित स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. देवाशीष भट्टाचार्य के पिता दिलीप भट्टाचार्य और आसनसोल-दुर्गापुर शिल्पांचल के प्रतिष्ठित व्यावसायिक नेता आरपी खेतान ने द्वीप प्रज्ज्वलित कर किया। रामबगान टावर काॅलोनी में पिछले 30 दिनों से मां काली की पूजा मंडप बनाकर होती आ रही है और 30 सालों के उपरांत स्थायी मंदिर का निर्माण किया गया। मां काली के इस मंदिर के निर्माण में टावर कॉलोनी के महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। महिलाओं ने स्वयं चंदा संग्रह कर मां काली के भव्य मंदिर का निर्माण करवाया है। इस दिन कालीपूजा कमेटी की ओर से इलाके के वयोवृद्ध नागरिकों को भी सम्मानित किया गया। प्राण प्रतिष्ठा उत्सव को लेकर तीन दिन व्यापी कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस बारे में काली मंदिर के सचिव सुबीर मित्र ने कहा कि पूरे इलाके के बाशिंदों की मांग थी कि मां काली का एक मंदिर हो। यहां पर पहली बार मां काली की पूजा-अर्चना 1995 में हुयी थी। उस समय टावर कॉलोनी में महज 2-4 घर थे। उसी समय उनके मन में आया था कि मां काली का अपना एक मंदिर हो। मां ने उनकी इच्छा पूरी की। सबसे बड़ी बात यह है कि इलाके के सभी लोगो ने इस मंदिर के निर्माण में अपना यथासंभव सहयोग किया है।

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