प्रशासन ने रूकवाई नाबालिग की शादी

उसका विवाह झाड़ग्राम के रहने वाले एक युवक के साथ होने वाला था
प्रशासन ने रूकवाई नाबालिग की शादी
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खड़गपुर : शादी के लिए पंडाल तैयार हो रहा था, सभी लोग शादी की तैयारियों में व्यस्त थे। शादी में शामिल होने के लिए रिश्तेदार भी आ चुके थे। ऐसे समय में प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस घर के दरवाजे पर आ गए क्योंकि जिस लड़की का विवाह हो रहा था वह नाबालिग है और नाबालिग लड़की की शादी करना कानूनन अपराध है। इसलिए प्रशासन के लोगों ने नाबालिग के परिवार को समझाकर शादी रुकवाई। नाबालिग के परिवार ने भी कहा कि वे अभी लड़की की शादी नहीं करेंगे। घटना पश्चिम मिदनापुर जिले के केशियाडी की है।

    प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रविवार को पुलिस और प्रशासन के पास खबर आई कि केशियाड़ी में एक परिवार नाबालिग लड़की सोमवार को शादी करा रहा है। उसका विवाह झाड़ग्राम के रहने वाले एक युवक के साथ हो रहा है। जानकारी मिलते ही रविवार को छुट्टी होने के बावजूद ब्लॉक प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारी संबंधित गांव में गए। उन्होंने सबसे पहले आयु प्रमाण पत्र की जांच की। उसमें पता चला कि लड़की की उम्र अभी 18 साल नहीं हुई है। उसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने नाबालिग के माता-पिता को समझाया कि अठारह साल की उम्र पूरी न करने वाली लड़की की शादी नहीं की जा सकती। लड़की की वर्तमान उम्र 17 साल 6 महीने है। प्रशासनिक अधिकारियों ने शादी को कुछ और महीने के लिए टालने का अनुरोध किया। इसके अलावा उन्होंने लड़की के माता-पिता को नाबालिग की शादी के दुष्परिणामों के बारे में भी समझाया। उन्हें नाबालिग की शादी गुप्त रूप से करने पर कानून में दी जाने वाली सजा के बारे में भी बताया। इसके विपरीत, अगर वह अपनी पढ़ाई जारी रखती है तो उसे कई तरह की सरकारी सुविधाएं मिलती हैं। प्रशासनिक अधिकारियों की बात सुनकर नाबालिग के परिजन शादी रोकने को राजी हो गए। प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि वे इस बात की भी जांच करेंगे कि लड़की नियमित रूप से स्कूल जा रही है या नहीं, ताकि वह नाबालिग से दोबारा गुपचुप तरीके से शादी न कर सके। प्रशासन प्रधानाध्यापक को भी इस संबंध में सावधानी बरतने की जानकारी देगा। बीडीओ ने बताया कि कुछ स्थानीय लोग जागरूक हैं, लेकिन अभी भी कई लोग बाल विवाह के दुष्परिणामों को नहीं जानते। इस बार जागरूकता के लिहाज से उस मुद्दे पर जोर दिया जा रहा है

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