

जामुड़िया : भाड़ा पर ट्रैक्टर एवं कार लेकर उसे गायब करने का एक सनसनी खेज मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार जामुड़िया थाना के बारुल ग्राम निवासी आशीष कुमार मंडल के साथ भी कुछ इसी प्रकार की घटना घटी है। इस संबंध में पुलिस में भी एक मामला दर्ज करवाया गया है। इस संबंध में आशीष कुमार मंडल ने बताया कि पिछले जनवरी माह में उसने अपने एक मित्र के माध्यम से श्रीपुर गांव निवासी सुमित कुमार से संपर्क में आया। फिर उसने उन्हें बताया कि वह विभिन्न कारखानों को ट्रैक्टर और कार भाड़ा पर देता है। उसने उन्हें कहा कि उनके पास जो ट्रैक्टर है, उसे अगर वह दे दे तो वह प्रत्येक माह 12,000 रुपया भाड़ा देगा। इधर, चूंकि आशीष का ट्रैक्टर को कोई काम नहीं मिल रहा था, इसलिए उसने उसके प्रभाव में आकर 8 जनवरी 2025 को एक एग्रीमेंट कर अपना ट्रैक्टर सुमित कुमार को दे दिया। शर्त थी जब उसका काम खत्म हो जाएगा तो वह ट्रैक्टर आशीष को वापस कर देगा। इस समझौते के अनुसार, उसने उसी दिन ट्रैक्टर अपने अधीन ले लिया, जिसका नंबर डब्ल्यूडी 37डी 3302 है। आशीष ने बताया कि इसके बाद दो महीने तक उसने उसे नियमित रूप से भाड़ा दिया, लेकिन मार्च में जब उसने रुपये मांगे तो सुमित तरह-तरह के बहाने बनाकर उसे टालने लगा और धीरे-धीरे कर फोन उठाना बंद कर दिया। बाद में आशीष को पता चला कि सुमित एक धोखेबाज है जो अलग-अलग लोगों से कार भाड़ा पर लेता है और बाद में उसे अपने नाम से फर्जी दस्तावेज बनाकर बेच देता है। वह कई कारों का खुद को मालिक बताता है और दस्तावेजों के साथ जालसाजी करता है। आशीष ने यह भी आरोप लगाया कि उसने उसके गांव के कई लोगों के ट्रैक्टरों का इस तरह से गबन किया है, जिनमें से उसे कई लोगों के नाम पता हैं जैसे (1) शांति राम मंडल (2) कंचन गराई (3) लक्ष्मीकांत गराई (4) राजू गराई (5) तपन गराई है। बाद में उसे पता चला कि सुमित कुमार ने इस इलाके के साथ-साथ आसनसोल और दुर्गापुर के भी कई लोगों से कार लीज पर ली थी और जाली दस्तावेज बनाकर उन्हें बेच दिया था। वह ये सब काम काफी समय से कर रहा है और उसके साथ एक-दो अन्य लोग भी जुड़े हुए हैं। आशीष को संदेह है कि उसके साथ भी उसने धोखा किया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है।